सरगुजा : बच्चों की अपार आईडी के लिए आधार आईडी ही बाधा बन रही है. आधार आईडी में पूर्व में हुई गलतियों का खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ रहा है. वो अपने बच्चों की अपार आईडी के लिए दस्तावेज सुधारने भटक रहे हैं. आपको बता दें कि आधार कार्ड में किसी भी प्रकार के सुधार करने पर वो करीब 2 महीने का समय लेता है. ऐसी स्थिति में अब परिजन या तो इतना इंतजार करें या फिर अपार आईडी ही ना बनवाएं. परिजनों के सामने असमंजस की स्थिति बन चुकी है. विभाग के अधिकारी भी इस विषय पर कुछ ठोस कार्रवाई नहीं कर सकते हैं क्योंकि आधार अपडेशन का अधिकार यूआईडीएआई के पास होता है.
सरगुजा जिले में कितना है टारगेट: सरगुजा जिले की बात करें तो यहां करीब 1 लाख 98 हजार बच्चों का अपार आईडी बनना है. जिसमें शिक्षा विभाग अब तक करीब 80 हजार अपार आईडी बना चुका है. कुल बच्चों का 70% यानी करीब 1 लाख 40 हजार अपार आईडी बन जाएंगे. जिनके दस्तावेज सही पाए गए हैं. लेकिन 30% यानी करीब 58 हजार छात्र जिले में ऐसे हैं जिनके दस्तावेज में त्रुटि सुधार के बाद ही अपार आईडी बन सकती है.
अभिभावक अपार के लिए परेशान : अबरार आलम अपने बच्चों का दस्तावेज सुधारने नगर निगम के चक्कर लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अपार आईडी बनाने के लिए स्कूल ने साफ कह दिया है कि आधार और जन्म प्रमाणपत्र में स्पेलिंग्स सुधार कराना ही होगा बिना उसके नहीं होगा, इसलिए नगर निगम में आया हूं, बहुत दिक्कत हो रही है बार-बार दौड़ना पड़ रहा है.
अपार कार्ड बनाने में ये दिक्कत: जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा कहते हैं कि आधार या जन्म प्रमाण पत्र में हुई गलतियों के कारण दिक्कत आ रही है. कुछ के नाम गलत हैं तो कुछ की जन्मतिथि गलत है, इस वजह से जिले में 1 लाख 98 हजार बच्चों में करीब 1 लाख 40 हजार अपार आईडी तो बन जाएंगी. लेकिन बाकी में दस्तावेज सुधार के बाद ही अपार बनेगी.
अब हम दाखिल खारिज में सुधार तो कर नहीं सकते क्योंकि वो मूल दस्तावेज है. ऐसे में जन्म प्रमाणपत्र और आधार कार्ड में ही सुधार करना होगा. इस विषय पर कलेक्टर महोदय से भी चर्चा हुई है जिसके बाद योजना एवं सांख्यिकी विभाग के साथ मिलकर एक शिविर लगाकर दस्तावेज सुधार कराया जाएगा- अशोक सिन्हा, जिलाशिक्षाधिकारी
वहीं ई-जिला प्रबंधक वैभव सिंह का कहना है कि अपार आईडी बनने में दिक्कत इसलिए आ रही है.क्योंकि लोगों के आधार कार्ड में गलतियां हैं और बिना आधार के अपार बन ही नहीं सकता. ये कई मामले आ रहे हैं जिनमें लोगों का नाम जन्म प्रमाण पत्र में कुछ अलग है और आधार कार्ड में अलग, स्कूल के दस्तावेज से मैच नहीं खा रहा है. आधार में सुधार का आवेदन तो स्थानीय स्तर पर हो जाता है. लेकिन सुधार करने की अथॉरिटी यूआईडीएआई के पास होती है. इस प्रक्रिया में समय अधिक लग रहा है. इस संबंध में जिला प्रशासन उच्च अधिकारियों और यूआईडीएआई को पत्र भेजकर समस्या से अवगत कराएगा.
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