चित्तौड़गढ़. चंदेरिया थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने सुसाइड कर लिया. पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर उसे प्रताड़ित किए जाने की रिपोर्ट पेश की, जिसके आधार पर पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया. देर रात सूचना पर पुलिस सिरोड़ी गांव पहुंची. मौके पर अंदर से कमरा बंद था, ऐसे में सहायक पुलिस उप निरीक्षक प्रेम शंकर सुखवाल पुलिस बल के साथ खिड़की तोड़कर कमरे में पहुंचे, जहां उन्होंने महिला को खुदकुशी की स्थिति में पाया.
पुलिस के मुताबिक, उसे तत्काल जिला चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाते हुए तड़के उसके पिता को सूचना दी. पिता सहित उसकी बहने और परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे. पिता अंबालाल ने अपनी रिपोर्ट में दामाद मोहन, सास मांगीबाई, ननद कालीबाई के साथ रिश्तेदार मेढ़ीखेड़ा गांव के हीरालाल, नारायणलाल और शम्भूडी के खिलाफ महिला राधा को प्रताड़ित किए जाने की शिकायत दी.
परिजनों से पता चला है कि राधा ने 3 साल पहले अपने पिता की मर्जी के खिलाफ मोहन से नाता विवाह कर लिया था. उसके इस कदम से पीहर पक्ष के लोग नाराज चल रहे थे. नाता विवाह के कुछ समय बाद ही मोहन एनडीपीएस एक्ट के तहत एक मामले में जेल चला गया. राधा अपनी सास और ननद के साथ रह रही थी. पिता अंबालाल का कहना था कि सास और ननद सहित निकट रिश्तेदार राधा को प्रताड़ित कर रहे थे, जिसमें उसका पति मोहन भी शामिल था. मोहन जेल से फोन कर उसे धमकाया करता था. इन यातनाओं से दुखी होकर ही उसने सुसाइड कर लिया. पुलिस ने रिपोर्ट के बाद बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव पिता के हवाले कर दिया.
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सहायक पुलिस उप निरीक्षक ने बताया कि पिता के आरोपों के आधार पर ससुराल पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है और मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पीएम रिपोर्ट और बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, पिता अंबालाल ने बताया कि राजा ने मोहन के साथ तो प्रेम विवाह किया था उसके बाद से ही उसे प्रताड़ित किया जा रहा था. मोहन एनडीपीएस के मामले में पिछले दो ढाई साल से जेल में बंद है. उन्होंने आरोप लगाया कि मोहन भी उसकी पुत्री को जेल से मोबाइल पर फोन कर धमकाता रहता था. उनकी मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.