करौली : जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध अंजनी मंदिर पर देवउठनी एकादशी के अवसर पर आयोजित मेले में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. मेले में आस-पास के श्रद्धालुओं सहित कई जिलों के लोगों ने भाग लिया. मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल मौजूद रहा. स्वयं पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय मेले की मॉनिटरिंग करते हुए नजर आए. मेले में आए श्रद्धालुओं ने पांचना नदी में स्नान कर माता के दर्शन किए और परिवार की खुशहाली की कामना की. अंजनी माता का मंदिर राजस्थान में पहला हनुमान बालस्वरूप मंदिर है, जहां पर देव उठनी एकादशी पर वार्षिक मेला भरता है.
मंदिर के पुजारी श्याम हरदेनिया ने बताया कि जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर पांचना नदी के किनारे ऊंची पहाड़ी पर अंजनी माता का मंदिर स्थित है. लोक संस्कृती से लबरेज इस मेले में रियासत काल से देवउठनी एकादशी पर मेला भरता है. मंदिर जाने से पहले श्रद्धालु पांचना नदी में स्नान कर ऊंची पहाड़ी पर चढ़कर अंजनी माता के दर्शन के लिए जाते हैं. अंजनी माता राजपरिवार की कुलदेवी भी हैं.
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कहा जाता है कि पूर्वी राजस्थान में एक मात्र अंजनी माता का मंदिर करौली जिला मुख्यालय पर ही स्थित है. इस अनोखी मूर्ती के दर्शन कर श्रद्धालु श्रद्धा से ओतप्रोत हो जाते हैं. लोक संस्कृती के प्रतीक इस मेले में कुश्ती दंगल का आयोजन भी होता है और विजेता पहलवान को इनाम दिया जाता है.