नई दिल्ली: गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों में भी उत्साह दिखाई दिया. बड़ी संख्या में बुजुर्ग मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान करते हुए दिखाई दिए. दरअसल, 85 साल से अधिक उम्र के लोगों को घर से वोट करने की सुविधा चुनाव आयोग द्वारा मुहैया कराई गई है. क्योंकि कई बार देखने को मिलता है कि बुजुर्ग मतदान केंद्र पहुंचने में असमर्थ होते हैं. ऐसै में वह अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाते हैं.
गाजियाबाद के राजनगर स्थित मतदान केंद्र पर जब 92 साल की श्रद्धानंद शर्मा अपनी पत्नी अंगूरी देवी शर्मा के साथ पहुंचे तो लोग देखकर दंग रह गए. अंगूरी देवी शर्मा की उम्र तकरीबन 88 साल है. पति-पत्नी ने मतदान केंद्र पहुंच कर ही मतदान किया. श्रद्धानंद शर्मा से जब पूछा गया क्या वजह रही जो वह मतदान करने के लिए केंद्र पहुंचे. जबकि घर से ही वह मतदान कर सकते थे. तब उन्होंने कहा कि घर पर गंगाजल मंगा कर स्नान करने और गंगा में जाकर स्नान करने में बहुत अंतर है. 40 साल से वह अपने परिवार के साथ मतदान करने के लिए आते हैं. अभी तक एक भी बार घर से मतदान नहीं किया है.
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वहीं, ETV भारत से बातचीत के दौरान अंगूरी देवी ने बताया मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदान करने की अलग बात है. सभी देशवासियों का फर्ज है कि वह घर से बाहर निकले और अपने मताधिकार का प्रयोग करें. गाजियाबाद लोकसभा की विभिन्न विधान सभाओं में 20 अप्रैल तक दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक आयु के कुल मतदाता 480 में से 455 द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया है. बता दें, 2019 लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद लोकसभा सीट पर तकरीबन 57.60 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.