मंडी: जिला मंडी में स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के तहत स्वच्छता के तय मानकों पर 76 होम स्टे व होटल खरे उतरे हैं. इनमें 3 को 5 लीफ, 41 को 3 लीफ व 32 संस्थानों को एक लीफ दिया गया है. जिन संस्थानों के जितने ज्यादा लीफ हैं, उनका स्वच्छता प्रबंधन उतना ही उचित स्तर का आंका गया है. ये जानकारी जिला स्तरीय निगरानी समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीसी मंडी रोहित राठौर ने दी.
मंडी में 151 संस्थानों ने किया आवेदन
एडीसी मंडी रोहित राठौर ने बताया कि स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए प्रशासन द्वारा एक समिति का गठन किया गया था. जिसमें जिले के कुल 151 संस्थानों ने ग्रीन लीफ रेटिंग के लिए आवेदन किया था. जिसके बाद 93 का मूल्यांकन किया गया और इस रेटिंग पर 76 संस्थान ही खरे उतरे हैं. सॉलिड वेस्ट प्रबंधन, ह्यूमन वेस्ट प्रबंधन और ग्रे वाटर प्रबंधन के आधार पर स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग आंकी गई है. स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग ठोस कूड़ा-कचरा प्रबंधन, अपशिष्ट जल के पुनर्चक्रित करने की क्रिया, ग्रे वाटर मैनेजमेंट, मानव मल-मूत्र के सही प्रबंधन को आधार मानकर प्रदान की गई है. इन सभी संस्थानों को जिला प्रशासन द्वारा ग्रीन लीफ रेटिंग प्रमाण पत्र प्रदान किए जा रहे हैं, जो इन संस्थानों में लगेंगे और इससे पर्यटन कारोबार बढ़ेगा.
इन होटलों को मिले 5 लीफ
एडीसी मंडी ने कहा कि स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के तहत मंडी जिले में 3 होटलों को पांच लीफ रेटिंग प्राप्त हुई है.
- बल्ह के नेरचौक स्थित सीएम पैलेस होटल
- सुंदरनगर में लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह
- सुंदरनगर के जड़ोल में राजा होटल एवं रेस्टोरेंट
एडीसी रोहित राठौर ने कहा, "स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग से पर्यावरण संरक्षण के साथ पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. रेटिंग का उद्देश्य स्वच्छता में सुधार करके आतिथ्य क्षेत्र में विश्वस्तरीय स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देना, जल निकायों में प्रदूषण की रोकथाम के साथ-साथ पर्यटन उद्योग में स्वच्छता मानकों को उन्नत करना और पर्यावरण को स्वच्छ रखना है."