नई दिल्ली: जनरल कोच में सफर करने वाले यात्रियों को इस बार के बजट से बड़ी राहत मिलने वाली है. रेल मंत्रालय ने पहले 25 सौ जनरल कोच का निर्माण करने का आदेश दिया गया था. अब 10 हजार अतिरिक्त कोच निर्माण करने का आदेश दिया गया है. यानी 31 मार्च 2025 तक देश में कुल 12 हजार 500 जनरल कोच के निर्माण होंगे. इन कोचों को विभिन्न ट्रेनों में लगाया जाएगा, जिससे यात्री कम किराए में गंतव्य तक पहुंच सकेंगे.
पिछले वित्त वर्ष में देश की कुल आबादी का 5 गुना ज्यादा यात्रियों ने जनरल कोच में सफर किया था. जनरल कोच की डिमांड को देखते हुए यह निर्मण लिया गया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि निम्न और मध्यम वर्ग आय वाले लोग भारतीय रेलवे के प्रमुख उपयोगकर्ता हैं. 700 करोड़ लोगों ने वित्त वर्ष 2023-24 में ट्रेनों के जनरल कोच में यात्री की. जनरल कोच की मांग बढ़ी है. इस वित्तीय वर्ष में 2500 जनरल कोच के निर्माण का आदेश दिया गया था. डिमांड को देखते हुए इस बजट में अतिरिक्त 10 हजार जनरल कोच के निर्माण का प्रावधान किया गया है.
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रेलवे अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक देश में कुल ट्रेनों की संख्या 13452 से अधिक है. वहीं जनरल और स्लीपर कोच की संख्या 44946 से अधिक है. इसमें करीब 26 हजार जनरल कोच लगे हैं. एक ट्रेन में कुल 100 सीट होती है. इस तरह जनरल कोच से कुल 2 लाख 60 हजार सीटें बनती हैं. इसके साथ ही ईएमयू ट्रेनें भी हैं. इन सभी में जनरल कोच जनरल टिकट पर बीते वित्तीय वर्ष में 700 करोड़ लोगों ने सफर किया.
ट्रेनों में दो जनरल कोच लगाए जाते है
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सामान्यतः ट्रेनों में एक आगे और एक पीछे जनरल कोच लगाए जाते हैं. कुछ ट्रेनों में आवाश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त जनरल कोच लगाए जाते हैं. बीते वित्तीय वर्ष में दर्जनों ट्रेनों में स्लीपर कोच को कम कर उनकी जगह थर्ड एसी इकोनामी कोच लगाए गए हैं. इससे भी जनरल कोच में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है.
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