जींद: गांव ईगराह में शनिवार को सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब तालाब की खुदाई कर रही सात मनरेगा मजदूर महिलाएं अचानक से मिट्टी के नीचे दब गई. आसपास काम कर रहे लोगों ने तुरंत मिट्टी में दबी महिलाओं को बाहर निकाल लिया और उन्हें नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया. अस्पताल से एक महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया बाकी 6 अभी भर्ती हैं.
बताया जा रहा है कि गांव ईगराह में तालाब की खुदाई का कार्य चल रहा है. खुदाई के लिए मनरेगा मजदूरों को लगाया गया है. शनिवार सुबह मजदूर तालाब खुदाई का काम कर रही थीं. धूप अच्छी निकलने के चलते महिलाएं पास ही मिट्टी के ढेर के पास बैठ गईं. तभी मिट्टी का ढेर अचानक से खिसक गया और इन महिला मजदूरों के ऊपर आ गिरा.
सात महिलाएं मिट्टी के ढेर के नीचे दब गईं. आसपास काम कर रहे दूसरे मनरेगा मजदूरों ने शोर मचाया और तो सभी लोग इकट्ठा हो गए. मनरेगा मेट प्रदीप और गांव के सरपंच प्रतिनिधि सहित बाकी ग्रामीणों की मदद से मिट्टी में दबी महिलाओं को बाहर निकाल लिया गया. उन्हें इलाज के लिए जींद नागरिक अस्पताल लाया गया.
हादसे का शिकार हुई महिलाओं की पहचान नवीना (40), बबीता (39), नीतू (25), शारदा (38), निर्मल (33), मंजू (28) और किरण (26) के रूप में हुई. मंजू को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई जबकि बाकी का अभी इलाज चल रहा है. गांव ईगराह के सरपंच प्रतिनिधि कुलबीर ने बताया कि मनरेगा मजदूर तालाब खुदाई का कार्य कर रहे थे. कुछ महिलाएं धूप सेकने के लिए मिट्टी के ढेर के पास बैठ गईं. अचानक से मिट्टी खिसक गई. जिसमें महिलाएं नीचे दब गईं. गनीमत रही कि उन्हें ज्यादा चोट नहीं आई.
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