कानपुर: कानपुर कमिश्नरेट पुलिस क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर धोखाधड़ी के मामले का शनिवार को खुलासा किया. इसमें दिल्ली में रहने वाले मोहम्मद इरशाद के साथ 80 लाख रुपये धोखाधड़ी की गयी थी.
मोहम्मद इरशाद ने बताया कि आरोपियों ने क्रिप्टो वॉलेट में 80 लाख रुपये जमा कर लिए. उसको मुनाफे में मोटी रकम देने का लालच दिया. जब मोहम्मद इरशाद ने अपने रुपये वापस मांगे, तो आरोपियों ने फोन उठाना बंद कर दिया. साथी ही मोहम्मद इरशाद को जान से मारने की धमकी भी दे दी.
शनिवार को पुलिस ने अब सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. ये कानपुर के रहने वाले हैं. इन आरोपियों में चौबेपुर निवासी राजेश सिंह, काका देव निवासी चंद्रभान सिंह, कल्याणपुर निवासी विपिन सिंह व लक्ष्मी नारायण, चकेरी निवासी दृष्टि शर्मा, काकादेव निवासी बरखा रानी और नजीराबाद निवासी प्रतीक्षा पटेल शामिल हैं.
इस मामले में डीसीपी अपराध आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता विपिन, राजेश और चंद्रभान हैं. इन्होंने कल्याणपुर में अपना एक ऑफिस बना रखा था, जो बतौर कॉल सेंटर काम करता था. यहां पर जो इनके कर्मचारी निवेशकों कोल इन्वेस्टमेंट स्कीम में निवेश करके मोटा मुनाफा दिलाने का लालच देते थे. इन्होंने लोगों को ठगने के लिए 17 प्लान बनाए थे. इसके अलावा इन्होंने फेक वीडियो भी तैयार कर रखे थे. फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी. जब लोग आकर्षित होकर इनके साथ जुड़ जाते थे. ये उनसे क्रिप्टो वॉलेट के नाम पर ठगी करते थे.
राजेश ने क्रिप्टो वॉलेट में 6000 यूएस डॉलर रख रखे थे. वहीं, विपिन और चंद्रभान ने भी अपने क्रिप्टो वॉलेट में लोगों को दिखाने के लिए कुछ राशि डॉलर में रख रखी थी. डीसीपी अपराध आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि अब सभी खातों की भी जांच कराई जा रही है. साथ ही सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
आरोपियों के पास से पुलिस को मिले 30 मोबाइल: डीपी अपराध आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों के पास से थार कार के अलावा एक और कार मिली है. इसके अलावा 30 मोबाइल और 8 लैपटॉप भी मिले हैं. आरोपियों के पास से डेबिट और क्रेडिट कार्ड भी मिले हैं. सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
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