लखनऊ: भारत जोड़ो न्याय यात्रा के उन्नाव पहुंचने पर 69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 शिक्षक अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की. मंगलवार को लखनऊ से निकले भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी से कुछ महिला अभ्यर्थियों ने मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने 6800 शिक्षक अभ्यर्थियों का मुद्दा उठाया था.
लखनऊ में राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर आवाज उठाई. उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार आने के बाद वह इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएंगे. शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थियों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राहुल गांधी से मिला. सबने मिलकर पूरे प्रकरण की जानकारी राहुल गांधी को दी. अभ्यार्थियों ने कहा कि वह लगभग 2 साल से अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार उनकी मांगों को सही होते हुए भी मान नहीं रही है. 6800 शिक्षक अभ्यर्थी के प्रतिनिधि मंडल में शामिल अमरेंद्र पटेल ने बताया कि हमने राहुल गांधी को बताया कि 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण को लेकर कैसे घोटाला किया गया है. इस शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ व्यापक स्तर पर भेदभाव किया गया. आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों की नियमानुसार उनके पदों पर नियुक्ति की जानी चाहिए थी, लेकिन नियुक्ति नहीं की गई.
राहुल गांधी से अभ्यार्थियों ने बताया कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट में भी अनियमितता की पुष्टी की गई है. स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद हुई जांच में आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की सूची बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी की थी. लेकिन उनको न्याय नहीं मिला.
अभ्यर्थियों की बात बात सुनने के बाद राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल अमरेंद्र सिंह पटेल, विक्रम यादव, वीरेंद्र कुमार, धनंजय गुप्ता, अर्चना शर्मा को आश्वासन देते हुए कहा कि वह इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे. साथ ही अपनी सभाओं में समाज को जागरूक करने के लिए इस विषय को उठाएंगे. अमरेंद्र पटेल ने बताया कि राहुल गांधी ने मुलाकात के दौरान कहा कि पिछड़े वंचित समाज के लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. सभी को संगठित होने की आवश्यकता है.