देहरादून: उत्तराखंड में गन्ना शुगर मिलों में कर्मचारियों की भारी कमी होने के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके सहकारी और सार्वजनिक क्षेत्र की चीनी मिलों के 123 मृतक सीजनल कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने पर सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले पाई है. जबकि, यह मामला लंबे समय से लंबित पड़ा हुआ है.
हालांकि, पिछले साल अगस्त महीने में 68 मृतक स्थायी कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने संबंधित प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल की मुहर लग गई थी, लेकिन मृतक सीजनल कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने संबंधित विषय पर बात नहीं बन पाई थी तो वहीं एक बार फिर सीजनल कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने की पहल शुरू हो गई है.
![Sugarcane Farming Uttarakhand](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/uk-deh-02-sugarcane-mill-vis-7211404_07022025152947_0702f_1738922387_460.jpg)
दरअसल, प्रदेश के सहकारी और सार्वजनिक क्षेत्र की चीनी मिलों में दो व्यवस्था के कर्मचारियों को तैनात किया जाता है. पहला स्थायी कर्मचारी और दूसरा सीजनल कर्मचारी शामिल है. प्रदेश में चल रहे पेराई सत्र के दौरान कर्मचारियों की कमी होने के चलते चीनी मिलों में काफी दिक्कतें देखी जा रही है.
चीनी मिलों में स्थायी कर्मचारियों की स्थिति: राज्य की सहकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की चीनी मिलों में वेज बोर्ड के अधीन मिल स्तर पर स्थायी कार्मिकों और सीजनल कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है, लेकिन वर्तमान समय में करीब 50 फीसदी पद अभी भी खाली चल रहे हैं. गन्ना विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में मिलों में स्थायी कर्मचारियों के लिए 1,255 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 488 पदों पर भी कर्मचारी तैनात हैं और 767 पद खाली पड़े हुए हैं. यानी करीब 61 फीसदी पद खाली पड़े हुए हैं.
![Uttarakhand Sugar Mills Worker Shortage](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/23494438_sugar-mill-info-2.png)
चीनी मिलों में सीजनल कर्मचारियों की स्थिति: इसके साथ ही मिलों में सीजनल कर्मचारियों के लिए 2,168 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 1,179 पदों पर भी कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 989 पद खाली पड़े हुए हैं. यानी करीब 45 फीसदी पद खाली पड़े हुए हैं. जिसके चलते प्रदेश में मौजूद चारों गन्ना मिलों पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
![Uttarakhand Sugar Mills Worker Shortage](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/23494438_sugar-mill-info-1.png)
क्या बोले गन्ना विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा? वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत में गन्ना विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पिछले साल हुई कैबिनेट बैठक में मृतक सीजनल कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन सरकार की ओर से कुछ आपत्तियां लगा दी गई थी, जिसको दूर करने के लिए शासन के अधिकारियों के साथ हाल ही में चर्चा किया गया है.
![Uttarakhand Sugar Mills Worker Shortage](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/uk-deh-02-sugarcane-mill-vis-7211404_07022025152947_0702f_1738922387_1079.jpg)
ऐसे में जल्द भी लगी आपत्तियों को दूर करते हुए मृतक सीजनल कर्मचारियों के आश्रितों को लाभ दिया जाएगा. साथ ही कहा कि गन्ना चीनी मिलो में जो 50 फीसदी से ज्यादा पद खाली हैं, उनको जल्द से जल्द भरने के लिए कवायद की जाएगी. ताकि, चीनी मिलों का परफॉर्मेंस बेहतर किया जा सके.
गन्ना चीनी मिलों में स्थायी कर्मचारियों की स्थिति-
- डोईवाला चीनी मिल में स्थायी कर्मचारियों के 234 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 132 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 102 पद खाली हैं.
- किच्छा चीनी मिल में स्थायी कर्मचारियों के 261 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 84 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 177 पद खाली हैं.
- बाजपुर चीनी मिल में स्थायी कर्मचारियों के 505 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 194 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 311 पद खाली है.
- नादेही चीनी मिल में स्थायी कर्मचारियों के 255 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 78 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 177 पद खाली हैं.
गन्ना चीनी मिलों में सीजनल कर्मचारियों की स्थिति-
- डोईवाला चीनी मिल में सीजनल कर्मचारियों के 506 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 298 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 208 पद खाली हैं.
- किच्छा चीनी मिल में सीजनल कर्मचारियों के 496 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 180 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 316 पद खाली हैं.
- बाजपुर चीनी मिल में सीजनल कर्मचारियों के 756 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 437 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 319 पद खाली हैं.
- नादेही चीनी मिल में सीजनल कर्मचारियों के 410 पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 264 पदों पर कर्मचारी तैनात हैं. जबकि, 146 पद खाली है.
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