लखनऊः उत्तर प्रदेश को एक बड़ा तोहफा मिला है. राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद (NMC) ने 6 मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी है. इसके साथ ही दो मेडिकल कॉलेजों की सीटें बढ़ी है. राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद ने बिजनौर, बुलंदशहर, कुशीनगर, पीलीभीत, सुलतानपुर, औरैया, चंदौली, गोंडा, लखीमुपर खीरी, कौशांबी, कानपुर देहात और ललितपुर में 100-100 सीटों के साथ मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मंजूरी दी है. इससे पहले ललितपुर और कानपुर देहात को मेडिकल कॉलेज को 50-50 सीटों की ही मंजूरी मिली थी. जिसको लेकर यूपी सरकार की ओर से नेशनल मेडिकल काउंसिल में अपील दायर की गई थी. इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद इसको लेकर पहल की थी. केंद्र सरकार के स्तर पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी बातचीत की थी. इसके बाद नेशनल मेडिकल काउंसिल की तरफ से ललितपुर और कानपुर देहात में स्वीकृत मेडिकल कॉलेज की सीटें बढ़ाई हैं.
देश में उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य बना, जिसको 1 साल के भीतर ही मेडिकल की 1200 सीटें दी गई है. उत्तर प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था सुधारने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार प्रयत्नशील है. उत्तर प्रदेश की सरकार के लगातार प्रयास के बाद उत्तर प्रदेश में इस वर्ष 1200 सीटे मेडिकल के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल द्वारा मंजूर की गई है. इन सीटों के बढ़ने से उत्तर प्रदेश में डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे चिकित्सा व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद है.
गोंडा राजकीय मेडिकल कॉलेज में 100 एमबीबीएस सीटों की मिली मंजूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गोण्डा के मेडिकल कॉलेज को 2024-25 शैक्षणिक सत्र से 100 एमबीबीएस सीटों की अनुमति प्रदान की है. यह निर्णय कॉलेज की अपील और दस्तावेजों की गहन जांच के बाद लिया गया है. मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. धनंजय श्रीकान्त कोटास्थानें ने कहा कि यह फैसला जिले के मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने में अहम भूमिका निभाएगा. केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को निर्देश दिया है कि वह मेडिकल कॉलेज गोण्डा को 100 एमबीबीएस सीटों के लिए "अनापत्ति पत्र" जारी करे. यह आदेश कॉलेज द्वारा 7 अगस्त 2024 को दायर की गई दूसरी अपील पर विचार के बाद जारी किया गया है. डिप्टी सेक्रेटरी (एमई) डॉ. पूनम मीना द्वारा 9 सितंबर 2024 को जारी आदेश में कहा गया है कि अपील का निपटारा कर दिया गया है. इस आदेश की एक प्रति मेडिकल कॉलेज के डीन/प्रिंसिपल को भेजी गई है और अन्य संबंधित अधिकारियों को भी सूचित किया गया है.
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