जयपुर : चित्तौड़गढ़ जिले में रावतभाटा के पास स्थित पाड़ाझर महादेव मंदिर दर्शन करने गए 53 श्रद्धालु झरने में तेज बहाव के कारण मंदिर में फंस गए. इसकी जानकारी मिलने पर एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर मौके पर पहुंचे और एक-एक कर सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया. जो यात्री मंदिर में फंसे थे. उनमें 8 बच्चों और 14 महिलाओं के अलावा 31 पुरुष थे. ये गुरुवार को मंदिर में फंसे थे. जिन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर आज शुक्रवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.
कोटा में तैनात कंपनी को भेजा रावतभाटा : एसडीआरएफ के कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा थाना क्षेत्र में स्थित पाड़ाझर महादेव मंदिर में श्रद्धालु दर्शन करने गए थे. वहां पहाड़ी पर बहने वाले झरने में पानी का बहाव अचानक तेज होने से वहां गए 53 श्रद्धालु फंस गए. सूचना मिलने पर आपदा राहत एवं बचाव के लिए कोटा की रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात बी कंपनी के प्रभारी हेड कांस्टेबल अम्मी लाल को तुरंत घटनास्थल पर रवाना होने के निर्देश दिए गए.
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देर रात पहुंची रेस्क्यू टीम, सुबह चलाया ऑपरेशन : उन्होंने बताया, रेस्क्यू टीम प्रभारी 11 जवानों की टीम और आपदा राहत उपकरणों के साथ आधी रात को रावतभाटा थाना पहुंचे. सभी नागरिकों के मंदिर में सुरक्षित होने और खाने-पीने की उचित व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा कर दिए जाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह से शुरू करने के निर्देश मिले. इस पर शुक्रवार सुबह 8:30 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया.
मोटर बोट से करवाया झरना पार : टीम कमांडर के निर्देश पर रेस्क्यू टीम के जवान देवराज दीपक, शैतान, अमृत लाल, धारा सिंह, हनुमान, हरिओम, देवकरण, हेमराज और रिंकू कुमार ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. सबसे पहले रेस्क्यू टीम मोटर बोट की सहायता से झरने को पार कर मंदिर में फंसे दर्शनार्थियों के पास पहुंची. उसके बाद सभी 53 दर्शनार्थियों को लाइफ जैकेट पहनाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.