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साइबर ठगी करने वाले राजस्थान के गिरोह का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार... CBI अधिकारी बनकर महिला डॉक्टर से ठगे थे 14.72 लाख - Cyber ​​fraud in Rohtak

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Sep 17, 2024, 7:17 PM IST

पिछले महीने पीजीआईएमएस की एक महिला डॉक्टर से लगभग पौने 15 लाख रुपयों की ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों को रोहतक पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है. मामले में कुल 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.

CYBER ​​FRAUD IN ROHTAK
CYBER ​​FRAUD IN ROHTAK (Etv Bharat)

रोहतक: सीबीआई अधिकारी बनकर पीजीआईएमएस की महिला डॉक्टर से 14 लाख 72 हजार रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया था. इस प्रकरण अब पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने 3 आरोपियों को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है, जबकि 2 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि कर्नाटक के बिदर निवासी एस भावना पीजीआईएमएस रोहतक से कम्युनिटी मेडिसन में एमडी कर रही है. 9 अगस्त को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाली महिला ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कर्मचारी बताया. एक शख्स ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर भी भावना से बात की और उस पर मनी लॉड्रिंग का केस होने की बात कही. इस पर एक अन्य शख्स ने भावना को सीबीआई अधिकारी बनकर डराया और पैसों की मांग रखी. उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर ने अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 14 लाख 72 हजार रुपए उसके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद भी भावना से और राशि की मांग की गई. अपने साथ ठगी का अहसास होने पर महिला डॉक्टर ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत कर दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों को ढूंढ निकाला.

इसे भी पढ़ें : जींद में शख्स से 23 लाख रुपये की ठगी, आरोपियों ने 30 प्रतिशत मुनाफे का दिया लालच, FIR दर्ज - FRAUD OF 23 LAKHS

साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि पुलिस जांच टीम ने ठगी के इस गिरोह में राजस्थान के बीकानेर निवासी मनोज व दिनेश उर्फ विशाल, नागौर निवासी अरविंद व दीपक और झुंझनू निवासी हिमांशु को गिरफ्तार किया है.

रोहतक: सीबीआई अधिकारी बनकर पीजीआईएमएस की महिला डॉक्टर से 14 लाख 72 हजार रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया था. इस प्रकरण अब पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने 3 आरोपियों को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है, जबकि 2 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि कर्नाटक के बिदर निवासी एस भावना पीजीआईएमएस रोहतक से कम्युनिटी मेडिसन में एमडी कर रही है. 9 अगस्त को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाली महिला ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कर्मचारी बताया. एक शख्स ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर भी भावना से बात की और उस पर मनी लॉड्रिंग का केस होने की बात कही. इस पर एक अन्य शख्स ने भावना को सीबीआई अधिकारी बनकर डराया और पैसों की मांग रखी. उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर ने अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 14 लाख 72 हजार रुपए उसके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद भी भावना से और राशि की मांग की गई. अपने साथ ठगी का अहसास होने पर महिला डॉक्टर ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत कर दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों को ढूंढ निकाला.

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साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि पुलिस जांच टीम ने ठगी के इस गिरोह में राजस्थान के बीकानेर निवासी मनोज व दिनेश उर्फ विशाल, नागौर निवासी अरविंद व दीपक और झुंझनू निवासी हिमांशु को गिरफ्तार किया है.

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