रोहतक: सीबीआई अधिकारी बनकर पीजीआईएमएस की महिला डॉक्टर से 14 लाख 72 हजार रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया था. इस प्रकरण अब पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने 3 आरोपियों को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है, जबकि 2 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि कर्नाटक के बिदर निवासी एस भावना पीजीआईएमएस रोहतक से कम्युनिटी मेडिसन में एमडी कर रही है. 9 अगस्त को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाली महिला ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कर्मचारी बताया. एक शख्स ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर भी भावना से बात की और उस पर मनी लॉड्रिंग का केस होने की बात कही. इस पर एक अन्य शख्स ने भावना को सीबीआई अधिकारी बनकर डराया और पैसों की मांग रखी. उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर ने अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 14 लाख 72 हजार रुपए उसके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद भी भावना से और राशि की मांग की गई. अपने साथ ठगी का अहसास होने पर महिला डॉक्टर ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत कर दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों को ढूंढ निकाला.
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साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि पुलिस जांच टीम ने ठगी के इस गिरोह में राजस्थान के बीकानेर निवासी मनोज व दिनेश उर्फ विशाल, नागौर निवासी अरविंद व दीपक और झुंझनू निवासी हिमांशु को गिरफ्तार किया है.