जयपुर: राजधानी के विद्याधर नगर में घर में घुसकर लूट और महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घर में घुसकर वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाश टोंक भाग गए थे. पुलिस ने पीछाकर दोनों को पकड़ लिया. पुलिस से बचकर भागने के दौरान दोनों बदमाशों के पैर में चोट लगी है. जिनका अस्पताल में उपचार करवाया गया.
पूछताछ में सामने आया है कि मृतका की देवरानी के मुंहबोले भाई गोपाल शर्मा ने इस पूरी वारदात की साजिश रची थी. उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जयपुर (उत्तर) डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि सरोज बंसल की घर में घुसकर हत्या करने और लूट की वारदात को अंजाम देने के मामले में गोपाल शर्मा, बजरंगलाल बैरवा, दीन मोहम्मद मणियार, लक्की और शाहरुख अंसारी को गिरफ्तार किया गया है.
मृतका की देवरानी का मुंहबोला भाई मास्टरमाइंड: उन्होंने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि मुख्य आरोपी गोपाल शर्मा मृतका सरोज की देवरानी का मुंहबोला भाई है. गोपाल, बजरंगलाल और दीन मोहम्मद इस वारदात के मुख्य सूत्रधार हैं. उनके व्यापार में घाटा हुआ था. जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने लूट की साजिश रची. गोपाल को अंदेशा था कि सरोज के मकान में लाखों रुपए नकद, सोने की ईंट और गहने हैं. इसलिए उसने अपने साथी बजरंग लाल और दीन मोहम्मद के साथ इस पूरी साजिश की पटकथा लिखी.
बूंदी से भाड़े पर बुलाए बदमाश: तीनों खुद लूट करने के बजाए किराए पर बदमाश बुलाकर वारदात को अंजाम देने की तैयारी करीब एक साल से कर रहे थे. उन्होंने बूंदी निवासी लक्की और शाहरुख अंसारी को बुलाया और सरोज बंसल के मकान का टारगेट दिया. लक्की और शाहरुख ने 16 जनवरी को सरोज की हत्या कर दी और लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद रोडवेज बस में बैठकर फरार हो गए. जिन्हें पुलिस ने टोंक जिले के मेहंदवास से पकड़ा. दोनों से पूछताछ में गोपाल, बजरंग और दीन मोहम्मद का नाम सामने आया. जिन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पढ़ें: सास की हत्या के आरोप में दामाद सहित चार गिरफ्तार, पुलिस कर रही जांच - MURDER OF WOMAN
पुलिस ने 150 सीसीटीवी के फुटेज खंगाल की पहचान: उन्होंने बताया, सरोज के घर से करीब ढाई लाख की नकदी, अलमारी में रखे गहने और उसके पहने हुए गहने गायब थे और समान बिखरा हुआ था. विद्याधर नगर थानाधिकारी राकेश ख्यालिया के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन कर बदमाशों की तलाश शुरू की गई टीमों ने वारदात स्थल के आसपास करीब 150 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और आस-पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की. कैमरों के आधार पर तकनीकी रूप से बदमाशों का पीछा किया. इसके बाद दोनों बदमाशों को टोंक के मेहंदवास से पकड़ा. लूट के माल की बरामदगी के प्रयास जारी हैं.