लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के संसदीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय आज से 49 साल पहले हुआ था. कांग्रेस की तत्कालीन सरकसर ने भारत के संविधान का गला घोटते हुए, लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रची थी. रात के अंधेरे में कांग्रेस की सरकार ने इंदिरा गांधी के नेतृत्व में लोकतंत्र को खत्म करने का काम किया था. विपक्ष के सभी नेताओं को बंद करके लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया था.
ये भी पढ़ेंः यूपी पुलिस का सच; महिला एसआई को रात 11 बजे ड्यूटी पर बुलाते अफसर, थाना छोड़ फ्लैट पर करते मीटिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 49 वर्ष बाद भी कांग्रेस ने सिर्फ चेहरे बदले हैं, विचार नहीं. कांग्रेस ने कैसे न्यायालय के अधिकारों को बंधक बना कर रख दिया था, आज भी कांग्रेस का चरित्र वही है. भारत में लोकतंत्र की दुहाई देते हैं लेकिन, भारत के बाहर अपने ही लोकतंत्र को कोसते हैं. एक तरफ कांग्रेस के तानाशाही रवैये ने ही भारत के संविधान को बदल कर धारा 370 लगा दी थी.
ये भी पढ़ेंः संसद में संविधान की राजनीति पर मायावती का हमला; बोलीं- भाजपा-कांग्रेस दोनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे
सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र के सभी स्तंभों को कमजोर करने का काम किया था. संविधान को फिर से बहाल करने के लिए जिन लोगों ने जेल जा कर संविधान बचाया था, उनकी आज की पीढ़ी कांग्रेस की गोद में बैठ कर संविधान के किलाफ काम करती है. कांग्रेस नेतृत्व की सरकार जहां-जहां काम कर रही ही वहां आप देख सकते हैं.
ये भी पढ़ेंः इतिहास में पहली बार उपचुनाव लड़ेगी बसपा, जानिए किसको होगा फायदा, किसको नुकसान
सीएम ने कहा कि संविधान की दुहाई देने वाले अपने गिरेबान में झांक कर देखें, कांग्रेस ने आज तक क्या किया है. कांग्रेस के कृत्यों के लिए देश कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा. सीएम ने कहा कि कांग्रेस को और उनके सहयोगियों को इमरजेंसी के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः योगी कैबिनेट बैठक; अयोध्या में संग्रालय, निवेशकों के लिए जमीन के प्रस्ताव पर लग सकती है मुहर
ये भी पढ़ेंः लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद छोटे दल क्यों भंग कर रहे कार्यकारणी, जानिए क्या है वजह