वाराणसीः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अब ग्रेजुएशन के तुरंत बाद पीएचडी में भी एडमिशन लिया जा सकता है. इसके लिए नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई है. विश्वविद्यालय में नए सत्र 2024 से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी. इसके बाद ग्रेजुएशन 4 साल का हो जाएगा. इसमें भी अगर बीच में ही ड्रॉप आउट करते हैं तो सर्टिफिकेट मिल जाएगा. अगर CGPA 7.5 या इससे ज्यादा का स्कोर लाते हैं तो इसमें से 10 फीसदी छात्र सीधे पीएचडी कर सकते हैं इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन व्यवस्था तैयार कर रहा है. कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने हस्ताक्षर कर दिए हैं.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यह अच्छी खबर है. विश्वविद्यालय 2024 से सत्र से नई शिक्षा नीति लागू कर रहा है. ऐसे में अब विश्वविद्यालय में 4 साल का ग्रेजुएशन का कोर्स होने जा रहा है. NEP एक्शन कमेटी मेंबर्स की बैठक में यह फैसला लिया गया है. इस बैठक में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 14 संस्थानों के प्रिंसिपल, डायरेक्टर, डीन, रजिस्ट्रार, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक भी मौजूद थे. बैठक में इस कमेटी के प्रमुख प्रो. मुकुल राज मेहता ने प्रजेंटेशन दिया. बैठक में इस पर चर्चा करने के बाद कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने इसको मंजूरी दे दी है.
सीधे पीएचडी में ले सकेंगे एडमिशन
सबसे पहले बात करते हैं इस चार साल के ग्रेजुएशन कोर्स के बारे में. इस साल से जब यह नया नियम लागू होगा तब इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्रों को पीएचडी में सीधे एडमिशन लेने का मौका रहेगा. इसके लिए CGPA 7.5 या इससे ज्यादा स्कोर पाने वाले 10 फीसदी छात्रों को मौका दिया जाएगा. वहीं अगर बीच में ही कोई इस कोर्स को छोड़ देता है तो उसको सर्टिफिकेट और डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाएगा. सत्र के बीच में एडमिशन देने की व्यवस्था नहीं रहेगी. विद्यार्थी जब 4 साल के कोर्स में एडमिशन लेंगे तो उन्हें किसी भी विषय में कोर्स सेलेक्ट करने की सुविधा रहेगी. इसके साथ ही इसमें इंटर डिसिप्लिनरी कोर्स को बढ़ावा दिया जाएगा.
कई तरह को कोर्स किए गए हैं शामिल
नई शिक्षा नीति के तहत शुरू किए जा रहे 4 साल के इस प्रोग्राम में कई तरह के कोर्स शामिल किए गए हैं. इसमें स्किल डेवलपमेंट, वैल्यू ऐडेड के साथ शॉर्ट टर्म और बिजनेस बेस्ड कोसेर्ज शामिल किए गए हैं. इसे लेकर कुलपति जैन ने निर्देश दिया है कि सभी फैकल्टी और डिपार्टमेंट्स कोर्स डिटेल और उसकी रूपरेखा 15 अप्रैल 2024 तक पूरा कर लें. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में एक सेल का भी गठन किया गया है, जिसमें सभी फैकल्टी और विभागों के साथ चर्चा करने के बाद नए कोर्स तैयार किए जा सकते हैं. सभी डीन इस ग्रेजुएशन प्रोग्राम के लिए कोर्स की जानकारी इकट्ठा करेंगे. इसके साथ ही उनकी जांच-परख भी करेंगे.
तीन सप्ताह के अंदर भेजनी होगी लिस्ट
कुलपति के साथ बैठक में यह तय किया गया है कि सभी फैकल्टी और डिपार्टमेंट मल्टी-सब्जेक्ट सिलेबस, वैल्यू ऐडेड और व्यवसायिक कोर्स, स्किल डेवलपमेंट कोर्स, एबेलिटी डेवलपमेंट कोर्स को लेकर सुझाव देंगे. http://mehtamuculraj@bh.ac.in पर मेल कर सुझाव दिए जा सकते हैं और किसी भी तरह की जानकारी मांग सकते हैं. बैठक में यह फैसला लिया गया है कि सभी तरह के कोर्स की जांच-परख के बाद उनमें माइनर और मेडर कोर्स के लिए सेमेस्टर की रूप में लिस्ट तैयार की जाएगी. जब लिस्ट तैयार हो जाती है तो इसे एनईपी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष प्रो. मुकुल राज मेहता को 3 सप्ताह के भीतर भेजना होगा.
BHU में 4 साल के ग्रेजुएशन कोर्स को मंजूरी, सीधे PHD कर सकेंगे छात्र, जानिए कब से मिलेगी सुविधा
BHU में 4 साल के ग्रेजुएशन कोर्स को मंजूरी दे गई है. चलिए जानते हैं इसके बारे में.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 27, 2024, 8:13 AM IST
वाराणसीः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अब ग्रेजुएशन के तुरंत बाद पीएचडी में भी एडमिशन लिया जा सकता है. इसके लिए नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई है. विश्वविद्यालय में नए सत्र 2024 से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी. इसके बाद ग्रेजुएशन 4 साल का हो जाएगा. इसमें भी अगर बीच में ही ड्रॉप आउट करते हैं तो सर्टिफिकेट मिल जाएगा. अगर CGPA 7.5 या इससे ज्यादा का स्कोर लाते हैं तो इसमें से 10 फीसदी छात्र सीधे पीएचडी कर सकते हैं इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन व्यवस्था तैयार कर रहा है. कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने हस्ताक्षर कर दिए हैं.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यह अच्छी खबर है. विश्वविद्यालय 2024 से सत्र से नई शिक्षा नीति लागू कर रहा है. ऐसे में अब विश्वविद्यालय में 4 साल का ग्रेजुएशन का कोर्स होने जा रहा है. NEP एक्शन कमेटी मेंबर्स की बैठक में यह फैसला लिया गया है. इस बैठक में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 14 संस्थानों के प्रिंसिपल, डायरेक्टर, डीन, रजिस्ट्रार, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक भी मौजूद थे. बैठक में इस कमेटी के प्रमुख प्रो. मुकुल राज मेहता ने प्रजेंटेशन दिया. बैठक में इस पर चर्चा करने के बाद कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने इसको मंजूरी दे दी है.
सीधे पीएचडी में ले सकेंगे एडमिशन
सबसे पहले बात करते हैं इस चार साल के ग्रेजुएशन कोर्स के बारे में. इस साल से जब यह नया नियम लागू होगा तब इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्रों को पीएचडी में सीधे एडमिशन लेने का मौका रहेगा. इसके लिए CGPA 7.5 या इससे ज्यादा स्कोर पाने वाले 10 फीसदी छात्रों को मौका दिया जाएगा. वहीं अगर बीच में ही कोई इस कोर्स को छोड़ देता है तो उसको सर्टिफिकेट और डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाएगा. सत्र के बीच में एडमिशन देने की व्यवस्था नहीं रहेगी. विद्यार्थी जब 4 साल के कोर्स में एडमिशन लेंगे तो उन्हें किसी भी विषय में कोर्स सेलेक्ट करने की सुविधा रहेगी. इसके साथ ही इसमें इंटर डिसिप्लिनरी कोर्स को बढ़ावा दिया जाएगा.
कई तरह को कोर्स किए गए हैं शामिल
नई शिक्षा नीति के तहत शुरू किए जा रहे 4 साल के इस प्रोग्राम में कई तरह के कोर्स शामिल किए गए हैं. इसमें स्किल डेवलपमेंट, वैल्यू ऐडेड के साथ शॉर्ट टर्म और बिजनेस बेस्ड कोसेर्ज शामिल किए गए हैं. इसे लेकर कुलपति जैन ने निर्देश दिया है कि सभी फैकल्टी और डिपार्टमेंट्स कोर्स डिटेल और उसकी रूपरेखा 15 अप्रैल 2024 तक पूरा कर लें. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में एक सेल का भी गठन किया गया है, जिसमें सभी फैकल्टी और विभागों के साथ चर्चा करने के बाद नए कोर्स तैयार किए जा सकते हैं. सभी डीन इस ग्रेजुएशन प्रोग्राम के लिए कोर्स की जानकारी इकट्ठा करेंगे. इसके साथ ही उनकी जांच-परख भी करेंगे.
तीन सप्ताह के अंदर भेजनी होगी लिस्ट
कुलपति के साथ बैठक में यह तय किया गया है कि सभी फैकल्टी और डिपार्टमेंट मल्टी-सब्जेक्ट सिलेबस, वैल्यू ऐडेड और व्यवसायिक कोर्स, स्किल डेवलपमेंट कोर्स, एबेलिटी डेवलपमेंट कोर्स को लेकर सुझाव देंगे. http://mehtamuculraj@bh.ac.in पर मेल कर सुझाव दिए जा सकते हैं और किसी भी तरह की जानकारी मांग सकते हैं. बैठक में यह फैसला लिया गया है कि सभी तरह के कोर्स की जांच-परख के बाद उनमें माइनर और मेडर कोर्स के लिए सेमेस्टर की रूप में लिस्ट तैयार की जाएगी. जब लिस्ट तैयार हो जाती है तो इसे एनईपी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष प्रो. मुकुल राज मेहता को 3 सप्ताह के भीतर भेजना होगा.