नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसके निशाने पर बैंकों के एटीएम बूथ रहते थे. यह गिरोह किसी राज्य के सुनसान इलाकों में बिना सिक्योरिटी वाले एटीएम बूथ की रेकी कर उनको तोड़ने और उखाड़ कर ले जाने का काम करता था. असम, महाराष्ट्र, हरियाणा, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में गिरोह के मेंबर कई एटीएम को तोड़कर अब तक 33.51 लाख से ज्यादा की रकम को लूट चुके हैं. स्पेशल सेल ने अब मेवात बेस्ड इंटरस्टेट गैंग के सरगना समेत चार कुख्यात बदमाशों को फायरिंग के बाद गिरफ्तार कर लिया है. गैंग ने हाल ही में असम के एसबीआई एटीएम को लूटा था.
स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से असम के एसबीआई एटीएम बूथ से लूटी गई 19.5 लाख रुपए की रकम भी बरामद की है. चारों आरोपी हरियाणा के मेवात के अलग-अलग जगहों पुन्हाना, तावडू और पिनगवां आदि इलाकों के रहने वाले हैं. चारों आरोपियों की पहचान शहादत (29), मोहम्मद हाशिम (32), शकील (28) और दिलशाद (32) के रूप में की गई है. शहादत को इस गिरोह का सरगना बताया गया है जिसके खिलाफ पहले से 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि मोहम्मद हाशिम उर्फ चूना के खिलाफ हरियाणा, एमपी, महाराष्ट्र और असम में एटीएम तोड़ने के 12 मामले पहले से दर्ज हैं. वहीं, आरोपी शकील के खिलाफ 3 और दिलशाद पर 5 मामले पहले से दर्ज हैं.
स्पेशल सेल की टीम ने उनके कब्जे से. 315 कैलिबर की एक सिंगल शॉट पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. अपराध में इस्तेमाल की जाने वाली सफेद रंग की बलेनो कर आरसी नंबर एचआर 93सी 0475 को भी बरामद कर लिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी से एटीएम तोड़ने के तीन मामले सुलझाए जाने का भी स्पेशल सेल ने दावा किया है जिनमें एक महाराष्ट्र और दो असम के मामले बताए गए हैं.
तीन माह से आरोपियों की तलाश करने में जुटी थी टीम: डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक, स्पेशल सेल की एक टीम इंस्पेक्टर प्रफुल्ल कुमार और इंस्पेक्टर रणजीत सिंह के नेतृत्व में गठित की गई थी जिसको एटीएम लुटेरे गैंग के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करने और उसकी पहचान करने का जिम्मा सौंपा गया था. टीम को इस गिरोह के बारे में खुफिया जानकारी मिली. करीब तीन माह के लंबे प्रयास के बाद टीम को गुप्त जानकारी से पता चला कि 26 जून को दोपहर के वक्त 3 बजे के आसपास गिरोह के चार सदस्य अपनी बलेनो कार से शूंटिंग रेंज रोड, पुल प्रहलादपुर, नई दिल्ली इलाके में आने वाले हैं.
एक आरोपी ने पुलिस टीम पर की फायरिंग: इस इनपुट को लेकर टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछाया और करीब 4:45 बजे टीम ने उस कार को खड़े हुए देखा. इसके बाद उसको चारों तरफ से कवर कर लिया और कार में बैठे लोगों को बाहर आने के लिए इशारा किया, लेकिन वह तेजी से कार चलाकर मौके से भागने की कोशिश करने लगे. इस दौरान कार पेड़ से टकरा गई. आरोपियों में से एक ने पुलिस टीम पर फायरिंग भी की. पुलिस ने एक राउंड फायरिंग कर सभी को काबू में कर लिया. इनकी गिरफ्तारी के बाद जांच पता चला कि चारों आरोपियों ने हाल ही में 24 जून को असम के गुवाहाटी इलाके में 22,12,300 रुपर की एटीएम लूट की वारदात को अंजाम दिया था जिसमें से पुलिस ने लूट की रकम से 19.5 लाख रुपए बरामद किए हैं. बाकी की रकम को असम के तीन साथियों के बीच बांट दिया गया था जिन्होंने एटीएम को तोड़ने के लिए गैस कटर और दूसरे औजार आदि उपलब्ध कराने में मदद की थी.
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इन राज्यों में एटीएम तोड़ने की वारदातों को अंजाम दे चुका गिरोह: चारों आरोपियों ने खुलासा किया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ एटीएम तोड़ने के तीन मामलों में वांछित थे. यह सभी मामले असम के गुवाहाटी पश्चिम और कामरू जिले और महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर (ग्रामीण) जिला अंतर्गत थानों में दर्ज हैं. आरोपी व्यक्तियों ने इन सभी एटीएम से 33,51,300 रुपये की नकदी लूटी थी. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वे एटीएम तोड़ने वाली सभी जगहों पर पहुंचने के लिए फर्जी नंबर प्लेट लगी बलेनो कार का इस्तेमाल करते थे. बरामद कार शकील, निवासी मोहम्मदा बास, बुचाका, मेवात (हरियाणा) (आरोपी दिलशाद का साला) के नाम रजिस्टर्ड मिली है.
इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी से असम और महाराष्ट्र के तीन एटीएम तोड़ने/लूटने के मामले सुलझाने का दावा भी किया गया है. यह सभी आरोपी पहले भी हरियाणा, एमपी, महाराष्ट्र और असम में एटीएम तोड़ने समेत करीब 27 आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हैं. स्पेशल सेल ने इनकी गिरफ्तारी कर मामले में आगे की पूछताछ और जांच कर रही है. संबंधित राज्य पुलिस को भी आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में सूचित कर दिया गया है.
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