रेवाड़ी: रेवाड़ी के मोहल्ला सरस्वती विहार निवासी एक महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 4.49 लाख रुपये ठगने का एक मामला हाल ही में सामने आया था. इस मामले में गुरुवार को पुलिस की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. पुलिस ने चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जिला महेंद्रगढ़ के नारनौल के पुरानी अनाज मंडी निवासी अजीत, राजस्थान के झुंझुनू के गांव शिवसिंहपुरा निवासी रोहित, कृष्ण कुमार व अजय पाल उर्फ बबलू के रूप में हुई हैं.
ये था मामला : दरअसल, मोहल्ला सरस्वती विहार रेवाड़ी निवासी एक महिला ने अपनी शिकायत में बताया था कि गत 16 दिसंबर को उसके पास एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने बताया कि वो अंधेरी मुंबई से सीबीआई का स्पेशल ऑफिसर राजेश मिश्रा बोल रहा है. उसका केनरा बैंक में एक फर्जी खाता पाया गया है. बाद में उसने वीडियो कॉल की, जिसमें वो पुलिस की वर्दी में था. उसने कहा कि नरेश गोयल धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद है. उसके घर से तुम्हारा आधार कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है. अब तुम्हें भी इस मामले में गिरफ्तार किया जाएगा.
शातिरों ने महिला को किया डिजिटल अरेस्ट : महिला ने बताया कि शख्स को पुलिस की वर्दी में देखकर वो घबरा गई. उसके साथ आरोपी ने वीडियो कॉल पर दो से तीन घंटे तक बात करते हुए पैसे की मांग की. उसने पहले बताए गए यूपीआई नंबरों पर 99 हजार रुपये और बाद में 3.5 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद उससे और पैसों की मांग की गई, तो उसे हकीकत का पता चला. जिस पर पुलिस ने साइबर थाना रेवाड़ी में ठगी का मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी.
पैसे एक खाते से दूसरे खाते में गए थे : जांचकर्ता ने बताया कि मामला दर्ज कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है. प्रारंभिक पूछताछ के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि महिला द्वारा ट्रांसफर किए गए पैसे अजीत के खाते में गए थे. अजीत ने रोहित के कहने पर अपना खाता कृष्ण कुमार व अजय पाल उर्फ बबलू के माध्यम से कमीशन के आधार पर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाया था. पुलिस द्वारा इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी.
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