जयपुर. प्रदेश में तृतीय श्रेणी अध्यापक स्थानांतरण, पारदर्शी स्थानांतरण नीति और सभी संवर्गों की डीपीसी करने की मांग को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत 5 सितम्बर शिक्षक दिवस का बहिष्कार करेगा. संगठन का कोई भी पदाधिकारी शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने के लिए आवेदन नहीं करेगा और न ही प्रदेश के पदाधिकारी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
ट्रांसफर और डीपीसी की मांग: राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत ने राज्य सरकार के खिलाफ कोल्ड वॉर शुरू कर दी है. संगठन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को पत्र लिखकर तृतीय श्रेणी अध्यापक स्थानांतरण, पारदर्शी स्थानांतरण नीति व सभी संवर्गों की डीपीसी करने की मांग की है. साथ ही 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के बहिष्कार का ऐलान किया है. संगठन के प्रदेश महामंत्री डॉ. रनजीत मीणा ने बताया कि संगठन इन मांगों को लेकर कई वर्षों से संघर्ष कर रहा है. लगभग एक दर्जन बार शहीद स्मारक और शिक्षा संकुल पर आमरण अनशन और क्रमिक धरना दे चुका है. लेकिन सरकार तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर नहीं कर रही है. लोकतंत्र में संगठनों की आवाज नहीं सुनना लोकतंत्र के साथ विश्वासघात के समान है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी अध्यापकों के स्थानांतरण नहीं करने पर कांग्रेस की सरकार बदल गई थी. संगठन ने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी कार्यालय जाकर तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर की मांग की थी. उस समय बीजेपी के नेताओं ने ट्रांसफर होने का भरोसा दिया गया था. अब बीजेपी सरकार को लगभग 1 वर्ष होने को है, लेकिन सरकार की मंशा देखकर नहीं लगता है कि सरकार तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर करना चाहती है.
शिक्षक दिवस के बहिष्कार का ऐलान : उन्होंने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों को अपने घर से 800 किलोमीटर दूर रहते हुए 15 से 20 वर्ष हो गए, वो अपने घर के नजदीक जाने की सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में 5 सितंबर 2024 को मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस की उनके लिए कोई सार्थकता नहीं है. इसलिए राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत आगामी शिक्षक दिवस का बहिष्कार करता है. संगठन से जुड़ा कोई भी पदाधिकारी या सदस्य शिक्षक सम्मान के लिए आवेदन नहीं करेगा और न ही प्रदेश के पदाधिकारी जयपुर में होने वाले शिक्षक सम्मान में भाग लेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार संगठन के इस कदम से भी नहीं झुकती है तो संगठन 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती पर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगा.