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यूपी में योगी सरकार का साइबर क्रिमिनल्स पर बड़ा एक्शन, अब तक 379 अपराधी भेजे गये जेल - Cyber Criminals Arrested in UP

पिछले साढ़े सात साल में यूपी एसटीएफ ने 379 साइबर अपराधियों को अरेस्ट किया है. इनमें एसजीपीजीआई की एसोसिएट प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर करीब दो करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के 16 साइबर अपराधी भी शामिल हैं.

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साइबर अपराधियों के लिये काल बनी योगी सरकार (Photo Credit- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 22, 2024, 9:34 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले साढ़े सात साल में प्रदेशवासियों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. इनमें 18 रीजनल साइबर क्राइम थानों, डिजिटल फॉरेंसिक लैब समेत हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क आदि शामिल हैं.

साइबर अपराधियों को नेस्तनाबूद करने के लिए एसटीएफ ने पिछले साढ़े सात साल में बड़ी कारवाई की है. एसटीएफ की कार्रवाई में साइबर अपराध में लिप्त 379 साइबर अपराधियों को अरेस्ट किया है. इनमें एसजीपीजीआई की एसोसिएट प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर करीब दो करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के 16 साइबर अपराधी भी शामिल हैं, जिन्हें एसटीएफ ने लखनऊ और गौतमबुद्धनगर से अरेस्ट किया था.


बड़े गिरोह का भंडाफोड़, 105 अरेस्ट: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशभर में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए प्रदेश में साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए रीजनल साइबर क्राइम थानों, डिजिटल फॉरेंसिक लैब समेत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. इसके साथ ही प्रदेश में साइबर अपराध को रोकने, बड़े साइबर अपराधियों और गिरोह की कमर तोड़ने के लिए यूपीएसटीएफ को लगाया. इसी का परिणाम है कि पिछले साढ़े सात वर्षों में प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में काफी गिरावट दर्ज की गई है.

सीएम योेगी के निर्देश पर यूपी एसटीएफ ने साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जो अब भी जारी है. इस दौरान एसटीएफ ने क्लोन चेक बनाकर बैंक से ठगी, फर्जी टेलीकॉलिंग सेंटर से ऑनलाइन ठगी, बीमा कंपनियों के नाम पर ठगी समेत फर्जी बीमा कंपनी खोलकर ठगी करने वाले दर्जनों गिरोह का पर्दाफाश किया. एसटीएफ ने इस कार्रवाई में पिछले साढ़े सात साल में 379 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा है.

इस दौरान एजेंसी ने बड़ी मात्रा में कंप्यूटर, लैपटॉप, वॉकी टॉकी, मोबाइल, सिम कार्ड, नकदी समेत अन्य सामान बरामद किया गया. एसटीएफ ने प्रदेश में सबसे बड़े ऑनलाइन ठगी के गिरोह का भंडाफोड़ कर 105 साइबर अपराधियों को अरेस्ट किया. इस गिरोह के पास से करीब दो लाख प्वाइंट डाटा (रिलायंस फ्यूचर, एक्साईड, बिरला सन लाइफ, मैक्स लाइफ, पीएनबी मेट लाइफ, एचडीएफसी एग्रो, पेटीएम ऑनलाइन शॉपिंग, शायक्लूज, फ्लिपकार्ट, इंडिया शॉपिंग माॅल) प्राप्त हुआ, जिसके जरिये गिरोह ठगी को अंजाम दे रहा था.

गौतमबुद्धनगर से दबोचे गये 225 साइबर ठग: एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह ने बताया कि प्रदेशभर में साइबर अपराधियों की दबोचने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. पिछले साढ़े सात वर्षों में सबसे अधिक गौतमबुद्धनगर, लखनऊ, गाजियाबाद में अभियान चलाकर साइबर अपराधियों को पकड़ा गया है. इनमें सबसे अधिक गौतमबुद्धनगर में 225 बड़े साइबर अपराधियों, लखनऊ से 116 अपराधियों, गाजियाबाद से नौ अपराधियों, प्रयागराज, आगरा और दिल्ली के पांच-पांच साइबर ठगों को दबोचा गया है.

प्रतापगढ़, जौनपुर, कानपुर नगर से एक-एक, फतेहपुर, गोरखपुर से चार-चार, राजस्थान के तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा वाराणसी के ऑनलाइन ठगी के मामले में बिहार से एक साइबर ठग को ट्रांजिस्ट रिमांड पर लेकर कई ठगी के मामलों का खुलासा किया गया.

ये भी पढ़ें- यूपी में दिवाली से पहले योगी सरकार का तोहफा; लाखों कर्मचारियों के खाते में DA और बोनस खटाखट-खटाखट, जानिए कितनी होनी है बढ़ोतरी - Dearness allowance in UP

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले साढ़े सात साल में प्रदेशवासियों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. इनमें 18 रीजनल साइबर क्राइम थानों, डिजिटल फॉरेंसिक लैब समेत हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क आदि शामिल हैं.

साइबर अपराधियों को नेस्तनाबूद करने के लिए एसटीएफ ने पिछले साढ़े सात साल में बड़ी कारवाई की है. एसटीएफ की कार्रवाई में साइबर अपराध में लिप्त 379 साइबर अपराधियों को अरेस्ट किया है. इनमें एसजीपीजीआई की एसोसिएट प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर करीब दो करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के 16 साइबर अपराधी भी शामिल हैं, जिन्हें एसटीएफ ने लखनऊ और गौतमबुद्धनगर से अरेस्ट किया था.


बड़े गिरोह का भंडाफोड़, 105 अरेस्ट: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशभर में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए प्रदेश में साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए रीजनल साइबर क्राइम थानों, डिजिटल फॉरेंसिक लैब समेत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. इसके साथ ही प्रदेश में साइबर अपराध को रोकने, बड़े साइबर अपराधियों और गिरोह की कमर तोड़ने के लिए यूपीएसटीएफ को लगाया. इसी का परिणाम है कि पिछले साढ़े सात वर्षों में प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में काफी गिरावट दर्ज की गई है.

सीएम योेगी के निर्देश पर यूपी एसटीएफ ने साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जो अब भी जारी है. इस दौरान एसटीएफ ने क्लोन चेक बनाकर बैंक से ठगी, फर्जी टेलीकॉलिंग सेंटर से ऑनलाइन ठगी, बीमा कंपनियों के नाम पर ठगी समेत फर्जी बीमा कंपनी खोलकर ठगी करने वाले दर्जनों गिरोह का पर्दाफाश किया. एसटीएफ ने इस कार्रवाई में पिछले साढ़े सात साल में 379 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा है.

इस दौरान एजेंसी ने बड़ी मात्रा में कंप्यूटर, लैपटॉप, वॉकी टॉकी, मोबाइल, सिम कार्ड, नकदी समेत अन्य सामान बरामद किया गया. एसटीएफ ने प्रदेश में सबसे बड़े ऑनलाइन ठगी के गिरोह का भंडाफोड़ कर 105 साइबर अपराधियों को अरेस्ट किया. इस गिरोह के पास से करीब दो लाख प्वाइंट डाटा (रिलायंस फ्यूचर, एक्साईड, बिरला सन लाइफ, मैक्स लाइफ, पीएनबी मेट लाइफ, एचडीएफसी एग्रो, पेटीएम ऑनलाइन शॉपिंग, शायक्लूज, फ्लिपकार्ट, इंडिया शॉपिंग माॅल) प्राप्त हुआ, जिसके जरिये गिरोह ठगी को अंजाम दे रहा था.

गौतमबुद्धनगर से दबोचे गये 225 साइबर ठग: एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह ने बताया कि प्रदेशभर में साइबर अपराधियों की दबोचने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. पिछले साढ़े सात वर्षों में सबसे अधिक गौतमबुद्धनगर, लखनऊ, गाजियाबाद में अभियान चलाकर साइबर अपराधियों को पकड़ा गया है. इनमें सबसे अधिक गौतमबुद्धनगर में 225 बड़े साइबर अपराधियों, लखनऊ से 116 अपराधियों, गाजियाबाद से नौ अपराधियों, प्रयागराज, आगरा और दिल्ली के पांच-पांच साइबर ठगों को दबोचा गया है.

प्रतापगढ़, जौनपुर, कानपुर नगर से एक-एक, फतेहपुर, गोरखपुर से चार-चार, राजस्थान के तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा वाराणसी के ऑनलाइन ठगी के मामले में बिहार से एक साइबर ठग को ट्रांजिस्ट रिमांड पर लेकर कई ठगी के मामलों का खुलासा किया गया.

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