जोधपुर. शहर में बिटकॉइन के नाम पर एक व्यक्ति के साथ 35 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने न्यायालय में इसको लेकर इस्तगासा दायर किया था. न्यायालय ने इस मामले में बनाड थाना पुलिस को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. बनाड थाना क्षेत्र के जाटों का बास निवासी शोक डांगी की चित्तौड़ के रहने वाले राज वैष्णव उर्फ किंग से ऑनलाइन मुलाकात हुई थी. राज वैष्णव और दोनों के बीच मार्केटिंग काम को लेकर बात होती थी. इस दौरान राज वैष्णव ने उससे कहा कि वह मार्केट रेट से काफी कम दामों पर बिटकॉइन दिला सकता है, जिसे बेच कर बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है. इस पर अशोक डांगी उसकी बातों में आ गया. राज ने उसे 35 लाख रुपए निवेश करने की बात कही.
बीस लाख शेयर से, 15 लाख पिता के लिए : पीड़ित ने अपने इस्तगासे में बताया कि राज की बातों में आकर उसने 35 लाख रुपए की व्यवस्था करने के लिए 20 लाख रुपए शेयर मार्केट से उठाए और 15 लाख रुपए अपने पिता जो कि सेवानिवृत हुए थे उनसे लिए. यह राशि उसने अपने घर पर नकद राज को दी. राज ने जल्द बिटकॉइन उसे दिलाने का वादा किया था.
35 लाख के बदले दिए चैक, फिर मुकरा : राज ने ईमानदारी दिखाने के लिए अशोक को 35 लाख की राशि के बदले पांच चैक यह कहकर दिए कि अगर बिटकॉइन नहीं मिले, तो चैक लगाकर अपने रुपए ले लेना. पीड़ित ने सितंबर 2022 के बाद कई दिनों तक इंतजार किया गया, लेकिन बिटकाइन नहीं आए. इस पर अशोक ने अपनी राशि मांगी तो वह मुकर गया. उसके चैक लगाए तो सब बैंक से बाउंस हो गए.
पुलिस ने नहीं दर्ज किया था मामला : अपने साथ हुई ठगी को लेकर अशोक ने बनाड थाने में रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने दर्ज नहीं की. इसके बाद उसने अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट संख्या 5 में इस्तगासा दायर किया. न्यायालय ने इस्तगासा स्वीकार कर बनाड थाने को इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. बनाड थाने के सब इंस्पेक्टर राजूराम को इस मामले की जांच दी गई है.