मुजफ्फरपुर: लोकसभा चुनाव से पहले ही बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है. जहां रविवार को नीतीश कुमार ने एक बार फिर से एनडीए का हाथ थाम लिया है. बीजेपी को मिली इस सफलता के बाद से बिहार में सभी लोकसभी सीट जितने की उनकी दावेदारी और बढ़ गई है. इस बीच राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार का लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत युवा वोटर तय करेंगे.
युवाओं पर सभी दलों की नजर: दरअसल, मुजफ्फरपुर और वैशाली लोकसभा को मिला दें तो युवाओं की संख्या 17 लाख से अधिक है. यह प्रत्याशियों का भविष्य तय करने के लिए अहम वोट है. युवा मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए सभी दलों की नजर रहेगी. युवा मतदाता अपने मत का प्रयोग कर पसंद की सरकार चुन सकते हैं.
31438 नए वोटर्स: आंकड़ों पर गौर करें तो 31438 ऐसे मतदाता हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे. ये 18-19 वर्ष के वोटर हैं. इसमें 19278 पुरुष तो 12159 महिला मतदात हैं. इसी प्रकार 20-39 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 16 लाख 84 हजार 606 है. इसमें सात लाख 74 हजार 318 महिला और नौ लाख 10 हजार 205 पुरुष मतदाता हैं.
मंगलामुखी वोटरों की संख्या 83: वहीं मंगलामुखी वोटरों की संख्या 83 है. विधानसभावार गायघाट में एक लाख 67 हजार 493 सबसे अधिक और साहेबगंज में 14004 सबसे कम मतदाताओं की संख्या हैं. इधर, 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 57 हजार 595 हैं. बता दें की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाश किया गया था. मतदाता सूची को शुद्ध और स्वच्छ बनाने के बाद इसका प्रकाशन हुआ, जिसके बाद उक्त आंकड़े सामने आए हैं.
करीब 60% युवा मतदाता: अगर कुल मतदाताओं की बात करें तो यह 33 लाख के करीब है. इसके अनुसार युवा मतदाताओं की संख्या का करीब 60 प्रतिशत है, जो किसी भी प्रत्याशी की किस्मत का फैसला करने के लिए काफी है. इसलिए इस बार का चुनाव मुख्य रूप से युवा वोटरों की भागीदारी पर निर्भर करेगा. मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद अभी से सभी दल इन युवा मतदाताओं को रिझाने में लग जाएंगे.
विधानसभावार युवा मतदाताओं की संख्या:
विधानसभा - 18-19 वर्ष - 20-39 वर्ष
गायघाट - 3399 - 167493
औराई - 2905 - 161910
मीनापुर - 2781 - 143476
बोचहां - 2500 - 141006
सकरा - 3581 - 142014
कुढ़नी - 2409 - 161666
मुजफ्फरपुर - 2874 - 150831
कांटी - 2777 - 161941
बरुराज - 3156 - 149156
पारू - 2891 - 158109
साहेबगंज - 2205 - 147004
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