पलामू: जिले के पांडू थाना क्षेत्र के कजरू इलाके में 30 गांव के ग्रामीणों ने बैठक कर इस वर्ष रामनवमी नहीं मनाने का निर्णय लिया है. इस वर्ष इलाके के ग्रामीण रामनवमी जुलूस भी नहीं निकालेंगे, सिर्फ घरों में ही पूजा-पाठ करेंगे.
आयोजन स्थल पर लगी है फसल
दरअसल, पलामू के पांडू थाना क्षेत्र के कजरू के इलाके में पिछले कई वर्षों से रामनवमी के दिन 30 गांवों के ग्रामीण एक जगह जमा होते थे और जुलूस का मिलान करते थे. जिस जमीन पर जुलूस का मिलन होता था. उस जमीन पर वर्तमान में अरहर की फसल लगी हुई है.
प्रशासन पर लगाया उदासीनता का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई वर्षों से जमीन परती थी और कुछ महीने पहले यहां अरहर लगा दी गई. ग्रामीण मामले में प्रशासन के पदाधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं. उनके द्वारा जमीन किसकी है? यह बताने का आग्रह भी किया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार पदाधिकारियों से इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह किया गया है, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी गई.
ग्रामीणों ने बैठक कर इस वर्ष रामनवमी नहीं मनाने का लिया निर्णय
रविवार को कजरू के इलाके में ग्रामीणों की एक बड़ी बैठक हुई थी. जिसमें रामनवमी नहीं मनाने का निर्णय लिया गया. रामनवमी कमेटी के अध्यक्ष धर्मदेव यादव ने बताया कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण इस वर्ष रामनवमी का जुलूस नहीं निकलेगा.
डीसी को पत्र के माध्यम से पूरे मामले से अवगत कराया
रामनवमी समिति ने पूरे मामले में पलामू डीसी को पत्र भी लिखा है. समिति के लोगों का कहना है कि आयोजन स्थल पर जमीन के मामले को सुलझाया नहीं गया है, वहीं उनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं. राजनीति के तहत षड्यंत्र किया जा रहा है और उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है. मामले मे रामनवमी आयोजन समिति के तरफ से सचिव जवाहर पासवान ने जुलूस नहीं निकलने का पत्र डीसी को भेजा है और रामनवमी नहीं मनाने का निर्णय लिया है.
इन गांवों में नहीं मनाई जाएगी रामनवमी
रामनवमी नहीं मनाने वाले गांव में कजरू कला, रबरी, मुरुमातु, फुलिया, बेलहारा, ओबरा, घासीदाग, राजखाड़ी, भंवराखाला, घट्टर, रत्नागिरी, रबरी, रानाग, गोरया, महुआधाम, रोल्पा, ओबरा, नेउरी, पोखरी, गुआसरई, ठेकही, बारहबिघवा, निमिया, नौडीहा, पिपरी, हिसरा आदि गांव शामिल हैं.
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