सिरमौर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने बीते शुक्रवार को रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचे गए हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम लिमिटेड के डिवीजनल मैनेजर (डीएम) अश्वनी कुमार वर्मा को विजिलेंस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया.
यहां से आरोपी डीएम को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. विजिलेंस ने आरोपी को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों वन विकास निगम के नाहन कार्यालय से गिरफ्तार किया था. पुलिस रिमांड में जाने के बाद अब आरोपी का निलंबन भी तय माना जा रहा है.
संभवत: सोमवार को इस दिशा में वन विकास निगम भी निलंबन के आदेश जारी कर सकता है. पुलिस रिमांड मिलने के बाद विजिलेंस अब आरोपी के बैंक खातों और अन्य प्रॉपर्टी की जांच करेगी.
गौरतलब है कि विजिलेंस की टीम ने वन विकास निगम के एक ठेकेदार की शिकायत पर आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. आरोपी ने शिकायतकर्ता ठेकेदार से 67 लाख रुपये के बकाया बिलों को पास करने की एवज में 2 फीसदी कमीशन की डिमांड की थी.
इसके साथ ही बिलों को पास न करने की धमकी भी दी. इस पर संबंधित ठेकेदार ने इसकी शिकायत विजिलेंस नाहन से की. शिकायत के आधार पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी को दबोचने के लिए जाल बिछाया और जैसे ही शिकायतकर्ता ने आरोपी डिवीजनल मैनेजर की मांग के मुताबिक उसे 50 हजार रुपये की पहली किस्त दी तो इसी बीच विजीलेंस ने उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया.
स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की एसपी अंजुम आरा ने कहा "आरोपी डिवीजनल मैनेजर अश्वनी कुमार वर्मा को अदालत से 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. विजिलेंस की टीम आरोपी के बैंक खातों व अन्य प्रॉपर्टी की जांच करेगी. मामले में गहनता से जांच की जा रही है.”
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