चंडीगढ़: हरियाणा में 1 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव होने हैं. सभी राजनीतिक दल अपने गढ़ बचाने के अलावा उन विधानसभा क्षेत्रों में मजबूती पाने की पुरजोर कोशिश में हैं, जहां बीते चुनावों में पार्टी कमजोर रही. वहीं इस बार हरियाणा की राजनीति में भाजपा और कांग्रेस की रस्साकसी के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) भी चुनावी मैदान में हैं. इसका सीधा असर जीत हासिल करने वाले राजनीतिक दल के वोट प्रतिशत पर तो पड़ेगा ही, साथ ही कई विधानसभा क्षेत्रों में मुकाबले दिलचस्प रह सकते हैं. इनमें से पंचकूला और कालका विधानसभा सीट पर भी चौंकाने वाले नतीजे सामने आ सकते हैं.
भाजपा की पसंदीदा सीट है पंचकूला
पंचकूला विधानसभा क्षेत्र को भाजपा अपना गढ़ मानती है. बीते 10 वर्षों से पंचकूला से भाजपा नेता एवं हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ही विधायक हैं, जो लगातार तीसरी बार भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं. माना जाता है कि पंचकूला से स्थानीय नेता को ही समर्थन मिलता है और मौजूदा विधायक ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला से ही हैं. इनके अलावा भाजपा नेता एवं पंचकूला के मौजूदा मेयर कुलभूषण गोयल भी पंचकूला के बाशिंदे हैं, जिन्हें टिकट का दावेदार माना जा सकता है.
पंचकूला से पूर्व उप-मुख्यमंत्री समेत 29 नेता दावेदार
पंचकूला विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन समेत 29 कांग्रेसी नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किए हैं. इन नेताओं में हरियाणा के पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के बेटे मनीष बंसल, एचपीएमसी की अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, पंचकूला की पूर्व मेयर उपेंद्र कौर आहलूवालिया, पूर्व मेयर रविंद्र कुमार रावल, महिला कांग्रेस सेवा दल से सुनीता शर्मा समेत कुल 29 दावेदार शामिल हैं. हालांकि टिकट के सबसे प्रमुख दावेदार प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के बेटे मनीष बंसल ही माना जा रहा है. अगर पंचकूला के स्थानीय नेता के फायदे के मद्देनजर टिकट दी जाती है तो ऐसे में चंद्रमोहन के अलावा उक्त दोनों पूर्व मेयर मजबूत उम्मीदवारी की दीर्घा में हैं.
कालका से लतिका शर्मा और प्रदीप चौधरी मुख्य चेहरा
विधानसभा चुनाव 2019 में कालका विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायिका भाजपा प्रत्याशी लतिका शर्मा को हार का सामना करना पड़ा था. यहां से मौजूदा विधायक कांग्रेस के नेता प्रदीप चौधरी को जीत मिली थी. इस बार भी कालका सीट से इन दोनों के बीच ही मुकाबला तय माना जा रहा है. हालांकि कांग्रेस से टिकट के चाहवान दावेदारों पर गौर करें तो विधायक प्रदीप चौधरी के अलावा कुल 17 कांग्रेसी नेता/कार्यकर्ताओं ने टिकट के लिए आवेदन किए हैं.
लोकसभा चुनाव में पंचकूला-कालका से भाजपा विजयी
लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को अंबाला हलके से हार मिली. लेकिन वो भाजपा के पसंदीदा विधानसभा क्षेत्रों पंचकूला और कालका, दोनों से विजयी रही थी. जबकि अंबाला लोकसभा हलके से कांग्रेस प्रत्याशी वरुण मुलाना जीते हैं. लेकिन पंचकूला हलके से वह 20 हजार 921 वोटों से अंतर से पीछे रहे और कालका हलके से 10 हजार 845 वोटों से हार मिली थी.
नामांकन की शुरूआत तक फैसला
विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन का समय 5 सितंबर से 12 सितंबर तक है. 5 सितंबर से नामांकन शुरू होंगे और अंतिम तारीख 12 सितंबर 2024 है. भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक दलों द्वारा नामांकन की शुरूआती तिथि के आसपास ही दावेदारों के संबंध में अंतिम फैसला लिया जा सकता है. इसके बाद ही भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दल के प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
विधानसभा सीटों और मतदाताओं का आंकड़ा
हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं. इनमें 73 सीटें सामान्य और 17 आरक्षित सीट हैं. प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 2.01 करोड़ हैं, इनमें पुरुष मतदाता 1.06 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 95 करोड़ है. मुख्य चुनाव अधिकारी पंकज अग्रवाल के अनुसार राज्य में इस बार कुल 20,629 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो 2019 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 817 अधिक हैं.
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