गिरिडीहः जिले में अनाज वितरण में गड़बड़ी का नित्य नया मामला सामने आता रहता है. इस बार सदर प्रखंड के बेरदोंगा पंचायत से नया मामला सामने आया है. यहां पर 26 ऐसे परिवार मिले हैं, जिन्हें पिछले 6 माह से सरकारी अनाज मिला ही नहीं. ऐसे में इस मामले की शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता सह महेशलुंडी पंचायत के मुखिया शिवनाथ साव ने गिरिडीह के डीसी से की है.
शिवनाथ साव का कहना है कि यहां के लोग बार-बार स्थानीय राशन डीलर के पास जा रहे हैं, उनसे राशन की मांग की जाती है, लेकिन डीलर राशन देता नहीं है. कहा कि अभी वह ग्रामीणों के साथ लिखित शिकायत कर रहे हैं. इसके बावजूद यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ और जो भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई नहीं की गई तो ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करने को वे बाध्य होंगे.
पारिवारिक स्थिति काफी खराब
शिवनाथ साव ने बताया कि जिन ग्रामीणों को सरकारी अनाज नहीं मिल पा रहा है, उनकी पारिवारिक स्थिति काफी खराब है. ज्यादातर घर के पुरुष सदस्य दूसरे प्रदेश में काम करने के लिए चले गए हैं. ऐसे में घर में तीनों वक्त का भोजन जुटाना इन लोगों के लिए परेशानी का सबब बना रहता है. इस मामले को अधिकारियों को ध्यान में रखना चाहिए.
इनको नहीं मिल रहा है लाभ
शिवनाथ साव ने जो शिकायत डीसी से की है उसमें बताया है कि यहां की पानो देवी, बिसनी देवी, पोदीना देवी, बसंती देवी, समरी देवी, बड़की देवी, फूलमनी, जमुनी देवी, चुनरी देवी, फूल कुमारी, कालिस्ता सोरेन, मंझली देवी, चांदमुनि, छोटकी देवी, रानी देवी, रूबी हांसदा समेत 26 परिवार को अनाज नहीं मिल रहा है.
जानकारी के अभाव में डीलर से हुई चूक: बीडीओ
इस विषय पर बीडीओ सह एमओ गणेश रजक से बात की गई. उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत मुझे भी मिली थी. शिकायत मिलते ही जांच के लिए वे स्वयं गए और ग्रामीणों के साथ साथ डीलर से बात की. यहां पता चला कि डीलर के द्वारा जानकारी के अभाव में लगातार तीन माह तक लाभुक के अंगूठा का निशान पोस मशीन में लगाए बगैर अनाज का वितरण कर दिया गया. ऐसे में डीलर का आवंटन रोक दिया गया है. वहीं डीलर की काउंसलिंग की गई है ताकि तकनीकी तौर पर वह कार्य का निष्पादन सही तरीके से कर सके.
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