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पराली जलाने पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 24 अधिकारी सस्पेंड, बाकी पर लटकी तलवार - OFFICERS SUSPENDED FOR STUBBLE

हरियाणा में पराली जलाने के मामले रोक ना पाने वाले अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है. 24 अधिकारी सस्पेंड कर दिए गये हैं.

OFFICERS SUSPENDED FOR STUBBLE
किसानों ने जलाई पराली और नप गये अधिकारी (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 22, 2024, 9:36 PM IST

Updated : Oct 22, 2024, 9:46 PM IST

पंचकूला: हरियाणा सरकार प्रदेश में पराली जलाने के मामलों में सख्त कार्रवाई करने लगी है. प्रदेश में एक ओर जहां पराली जलाने वाले किसानों पर केस दर्ज कर रिकॉर्ड में उनकी रेड एंट्री की जा रही है. दूसरी तरफ लापरवाह अधिकारियों पर भी एक्शन शुरू हो गया है. सरकार ने पराली जलने के मामलों में ढील बरतने और इसकी रोकथाम में विफल रहे कृषि विभाग के 24 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

किसानों पर भी केस दर्ज

हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि वो स्वयं भी किसान हैं और किसानी की चुनौतियों को तह तक समझते हैं. उन्होंने कहा कि कई जगह किसानों ने भी पराली जलाई है. फिर भले ही उन्होंने इसे मजबूरी में किया हो लेकिन ऐसा किया जाना गलत है. कृषि मंत्री ने कहा कि खेतीबाड़ी प्रकृति पर आधारित है, जो खुले आसमान के नीचे होती है ना कि इनडोर. खेती कुदरत पर निर्भर होती है. नतीजतन बारिश से फसलें भी खराब होती हैं और पराली की पैकिंग भी नहीं हो पाती.

जल्दबाजी में किसान का फैसला गलत

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि किसान के पास अगली फसल की बिजाई के लिए समय काफी कम होता है. दूसरी ओर बारिश का डर अलग से बना रहता है, क्योंकि मंडियों और खेत में फसल और पराली के भीगने का खतरा अधिक रहता है. इस कारण जल्दबाजी के चलते किसान गलत फैसला ले बैठता है. किसानों के इस गलत फैसले से अधिकारियों पर भी कार्रवाई होती है.

पराली को लेकर 24 अधिकारी सस्पेंड (वीडियो- ईटीवी भारत)

हरियाणा में पराली जलाने के मामले

कृषि मंत्री ने कहा कि पराली जलाने के मामले में हरियाणा में अब तक करीब तीन हजार एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. जबकि प्रदेश में 6 हजार हजार गांव हैं और इस हिसाब से औसतन दो गांवों में एक मामला बनता है.

किसानों पर फोड़ा जा रहा ठीकरा

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि ऐसा प्रचार किया गया है जैसे सारा प्रदूषण किसान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण किसानों की वजह से नहीं बल्कि स्थानीय आबादी के चलते है. जनसंख्या अधिक होना, एयरपोर्ट पर प्लेन की अधिक आवाजाही, कंस्ट्रक्शन अधिक होना, यमुना में मिलने वाले 28 गंदे नाले और अन्य समस्याएं दिल्ली के प्रदूषण के बड़े कारण हैं.

आम आदमी पार्टी पर निशाना

कृषि मंत्री ने आम आदमी पार्टी (आप) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हरियाणा समस्याओं से निपटने में सक्षम है. लेकिन दिल्ली सरकार पंजाब के बारे में कुछ नहीं कहती, क्योंकि दिल्ली और पंजाब, दोनों जगहों पर आप की सरकार है, जो खुद की तरफ नहीं देखती. हरियाणा सरकार प्रदूषण की रोकथाम के लिए अच्छे प्रयास कर रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदूषण जहां से फैलता है वहां भी उसका असर होता है. इसलिए सरकार की सोच यही है कि किसान भी प्रदूषण में ना रहकर स्वच्छ वातावरण में रहे. लेकिन कई किसान पराली जलाते हैं तो सरकार को कार्रवाई करनी पड़ती है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में पराली मामले में 24 में से 3 अधिकारी करनाल से हुए सस्पेंड, 41 को नोटिस जारी, दो किसान गिरफ्तार

ये भी पढ़ें- हरियाणा में सैनी सरकार ने 24 अधिकारियों को किया सस्पेंड, पराली जलाने के मामलों पर एक्शन

ये भी पढ़ें- हरियाणा में अब पराली जलाने पर खैर नहीं... मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को दिए गिरफ्तारी के आदेश

पंचकूला: हरियाणा सरकार प्रदेश में पराली जलाने के मामलों में सख्त कार्रवाई करने लगी है. प्रदेश में एक ओर जहां पराली जलाने वाले किसानों पर केस दर्ज कर रिकॉर्ड में उनकी रेड एंट्री की जा रही है. दूसरी तरफ लापरवाह अधिकारियों पर भी एक्शन शुरू हो गया है. सरकार ने पराली जलने के मामलों में ढील बरतने और इसकी रोकथाम में विफल रहे कृषि विभाग के 24 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

किसानों पर भी केस दर्ज

हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि वो स्वयं भी किसान हैं और किसानी की चुनौतियों को तह तक समझते हैं. उन्होंने कहा कि कई जगह किसानों ने भी पराली जलाई है. फिर भले ही उन्होंने इसे मजबूरी में किया हो लेकिन ऐसा किया जाना गलत है. कृषि मंत्री ने कहा कि खेतीबाड़ी प्रकृति पर आधारित है, जो खुले आसमान के नीचे होती है ना कि इनडोर. खेती कुदरत पर निर्भर होती है. नतीजतन बारिश से फसलें भी खराब होती हैं और पराली की पैकिंग भी नहीं हो पाती.

जल्दबाजी में किसान का फैसला गलत

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि किसान के पास अगली फसल की बिजाई के लिए समय काफी कम होता है. दूसरी ओर बारिश का डर अलग से बना रहता है, क्योंकि मंडियों और खेत में फसल और पराली के भीगने का खतरा अधिक रहता है. इस कारण जल्दबाजी के चलते किसान गलत फैसला ले बैठता है. किसानों के इस गलत फैसले से अधिकारियों पर भी कार्रवाई होती है.

पराली को लेकर 24 अधिकारी सस्पेंड (वीडियो- ईटीवी भारत)

हरियाणा में पराली जलाने के मामले

कृषि मंत्री ने कहा कि पराली जलाने के मामले में हरियाणा में अब तक करीब तीन हजार एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. जबकि प्रदेश में 6 हजार हजार गांव हैं और इस हिसाब से औसतन दो गांवों में एक मामला बनता है.

किसानों पर फोड़ा जा रहा ठीकरा

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि ऐसा प्रचार किया गया है जैसे सारा प्रदूषण किसान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण किसानों की वजह से नहीं बल्कि स्थानीय आबादी के चलते है. जनसंख्या अधिक होना, एयरपोर्ट पर प्लेन की अधिक आवाजाही, कंस्ट्रक्शन अधिक होना, यमुना में मिलने वाले 28 गंदे नाले और अन्य समस्याएं दिल्ली के प्रदूषण के बड़े कारण हैं.

आम आदमी पार्टी पर निशाना

कृषि मंत्री ने आम आदमी पार्टी (आप) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हरियाणा समस्याओं से निपटने में सक्षम है. लेकिन दिल्ली सरकार पंजाब के बारे में कुछ नहीं कहती, क्योंकि दिल्ली और पंजाब, दोनों जगहों पर आप की सरकार है, जो खुद की तरफ नहीं देखती. हरियाणा सरकार प्रदूषण की रोकथाम के लिए अच्छे प्रयास कर रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदूषण जहां से फैलता है वहां भी उसका असर होता है. इसलिए सरकार की सोच यही है कि किसान भी प्रदूषण में ना रहकर स्वच्छ वातावरण में रहे. लेकिन कई किसान पराली जलाते हैं तो सरकार को कार्रवाई करनी पड़ती है.

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Last Updated : Oct 22, 2024, 9:46 PM IST
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