बस्ती : जनपद में अधिकारियों की लापरवाही की वजह से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. ग्राउंड पर निरंतर क्रॉस चेकिंग न होने की वजह से मृत हो चुके हजारों लोगों को वृद्धावस्था पेंशन योजना का वर्षों से लाभ दिया जा रहा था. शक होने पर समाज कल्याण विभाग के अधिकारी ने जब इसकी जांच कराई तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए. जांच में पता चला कि मृत लोगों के खाते में पैसा भेजा जा रहा था. फिलहाल मामला सामने आते ही मृतकों के नाम हटा दिए गए हैं. उनके परिवार को नोटिस जारी हुई है. बैंक अब सरकारी धन की रिकवरी करेगा.
बस्ती जनपद में रूटीन जांच के बाद एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. अधिकारियों के सत्यापन के दौरान जिले के 2304 कल्याण पेंशनरों की मौत हो चुकी है. जिसमें से 2199 मृतकों के खातों में लगातार पेंशन जा रही थी और 105 दिव्यांग पेंशनर्स थे, हैरानी की बात इन सभी के खाते में पेंशन भेजी जा रही थी. खुलासा होने के बाद बैंकों ने इनकी पेंशन को रोक ली है और खाते में पड़ी पेंशन की शेष धनराशि को बैंक लौटा रहे हैं. अभी तक बैंकों ने 1.65 लाख रुपये की पेंशन मृतकों के खाते से वापस लौटा लिया है.
इस मामले पर जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रीप्रकाश पांडेय ने बताया कि वित्तीय वर्ष का समापन मार्च माह में होता है. विभाग की ओर से अप्रैल माह से कल्याण पेंशनरों का सत्यापन किया जाता है. इस वर्ष भी अप्रैल 2024 से सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई, जिले में कुल 109073 वृद्धावस्था के पेंशनर थे. इसके अलावा 13740 दिव्यांग पेंशनर्स हैं. जून माह तक पूरी हुई सत्यापन प्रक्रिया के दौरान पता चला कि 2199 वृद्धावस्था पेंशनर्स की मौत हो चुकी है. दिव्यांग पेंशनर्स के सत्यापन में 105 लाभार्थी मृत मिले.
उन्होंने कहा कि मृतकों की सूचना उनसे संबंधित बैंकों को भेज दी गई है. मृतक की पेंशन होल्ड करा दी गई है. उनकी पेंशन नामिनी को नहीं मिलती है. नियमानुसार यह पेंशन विभाग को वापस हो जाती है. बैंक की तरफ से बैंकर चेक बनाकर विभाग को धनराशि वापस मिलती है. इस धनराशि को ट्रेजरी के माध्यम से विभाग को वापस लौटा दिया जाता है. अभी तक वर्तमान वित्तीय वर्ष में मृतकों की 1.65 लाख रुपये पेंशन वापस आ गई है, जिसको ट्रेजरी चालान के माध्यम से सरकार को वापस कर दिया गया है. इसी प्रकार दिव्यांग विभाग की भी पेंशन वापस आ रही है. अब मृतकों के सापेक्ष नए सिरे से चिह्नित वृद्धों की पेंशन स्वीकृत ग्राम पंचायतों के माध्यम से की जा रही है.