मंडी: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से मानसून ने रफ्तार पकड़ लिया है. मानसून सीजन में हो रही बारिश से प्रदेश की नदी, नालों और खड्डों में पानी का बहाव तेज हो गया है. वहीं, मंडी जिला में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश जारी है. ऐसे में पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है. नदी का जलस्तर बढ़ते ही सुकेती खड्ड और ब्यास नदी के तट पर बने पंचवक्त्र महादेव मंदिर की पौंड़ियों तक ब्यास पहुंच गई है.
बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा पंडोह डैम से 21400 क्यूसेक प्रति सेकंड पानी छोड़ा जा रहा है. 4 और 5 नंबर गेट से यह पानी छोड़ा जा रहा है. बीबीएमबी प्रबंधन की माने तो शनिवार सुबह लारजी डैम के 9 मीटर तक गेट खोले गए थे, जिसके बाद सुबह 7 बजे के करीब पंडोह डैम के दो गेट खोले गए हैं. एसडीएम सदर मंडी ओमकांत ठाकुर ने ब्यास नदी के बढ़ते जलस्तर को देखेत हुए लोगों से नदी के किनारे न जाने की अपील की है.
वहीं, एक्सईएन बीबीएमबी पंडोह विवेक चोपड़ा से बात की गई तो उन्होने बताया कि 29248 क्यूसेक प्रति सेकंड पानी पंडोह डैम पहुंच रहा है. लारजी डैम प्रबंधन द्वारा अब डैम के गेट आधे बंद कर दिए गए हैं. पंडोह डैम में भी पानी की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लोगों को किसी भी सूरत से घबराने की आवश्यकता नहीं है. वहीं, बीबीएमबी प्रबंधन की ओर से लोगों की पंडोह डैम के किनारे जाने से बचने की अपील की गई है.
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