कोटा: महिला कांग्रेस 29 जनवरी को दिल्ली में संसद भवन का घेराव कर महिला आरक्षण विधेयक को तत्काल लागू करने की मांग करेंगी. इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए राजस्थान से भी 2000 महिला कार्यकर्ता दिल्ली जाएंगी. यह जानकारी देते हुए महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम ने कहा कि सत्ता में भारतीय जनता पार्टी है और भाजपा से जुड़ी हुई महिलाएं भी चाहती हैं कि 33 फीसदी आरक्षण का बिल जल्दी लागू हो जाए, तो उनकी भागीदारी भी सदन में सुनिश्चित हो जाएगी. भाजपा की वह सभी बहनें मन ही मन हर्ष जता रही हैं, लेकिन भाजपा में रहते हुए विरोध नहीं कर सकती हैं. कांग्रेस के इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन का एलान करने से वे भी खुश हो गई हैं.
राखी गौतम ने कहा कि कांग्रेस की रीति-नीति में कोई फर्क और अंतर नहीं है. पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी महिला आरक्षण की वकालत की थी. सोनिया गांधी ने 10 साल पहले ही महिला आरक्षण के मामले को उठा दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के एनमौके पर महिला आरक्षण बिल लेकर आए थे. उन्होंने हमारी बहनों का वोट बैंक लेने के लिए यह वादा खिलाफी की है. विधानसभा व लोकसभा चुनाव बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी यह बिल लागू नहीं किया गया है. राखी गौतम ने कहा कि राजस्थान के सभी जिलों से महिला कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचेगी.
इस दौरान महिला कांग्रेस की कोटा शहर जिला अध्यक्ष शालिनी गौतम ने कहा कि जब विधेयक सदन से पारित हो गया है, उसे तुरंत लागू किया जाना चाहिए. हमारी बहनें आज भी संसद और विधानसभा में अपनी आवाज उठाने से वंचित हैं. महिला सुरक्षा से लेकर कई मुद्दे महिलाओं के हैं, जो वे सदन में नहीं उठा पा रही हैं. ऐसी स्थिति में यह महिला आरक्षण का विधेयक केवल चुनावी जुमला बनकर रह गया है. इसके साथ ही कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल महालक्ष्मी योजना और महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार पर लगाम लगाने की मांग शामिल है. अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा के नेतृत्व में संसद का घेराव किया जाएगा.