जयपुर: साइबर ठगी के खिलाफ पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर शील्ड अभियान के तहत जयपुर (पूर्व) के खोह नागोरियान थाना पुलिस ने करोड़ों रुपए की साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को निरुद्ध किया है. पुलिस ने साइबर अपराधियो के कब्जे से 9 मोबाइल, 16 एटीएम कार्ड, एक लैपटॉप, 3 चैक बुक, 2 बैंक पास बुक, 45 हजार रुपए नकद जब्त किए हैं. एक स्विफ्ट कार को भी जब्त किया गया है. इनके खिलाफ राजस्थान के बाहर भी कई प्रदेशों में साइबर पोर्टल पर शिकायतें दर्ज हैं.
बैंक खाते किराए पर देता है एक आरोपी: जयपुर (पूर्व) डीसीपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि साइबर ठगी के आरोपी चतरलाल मीना के आधा दर्जन बैंक खातों में एक करोड़ रुपए की ठगी के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं. इस गिरोह के ठगों के खिलाफ चार राज्यों में दर्जनभर शिकायतें साइबर पोर्टल पर दर्ज हैं. प्रारंभिक तौर पर यह भी सामने आया है कि चतरलाल मीना अपने बैंक खातों में खुद भी फ्रॉड की रकम जमा करवाता है और अपने बैंक खाते अलग-अलग साइबर ठगों को किराए पर भी मुहैया करवाता है.
जानकारी जुटाकर की दबिश की कार्रवाई: उन्होंने बताया कि साइबर शील्ड अभियान के तहत एनसीआरबी, डिजीटल स्त्रोतों से जानकारी जुटाई गई. गोपनीय रूप से रैकी कर एक सघन अभियान चलाया गया. इस अभियान के दौरान दबिश देकर दौसा जिले के बगड़ी निवासी चतरलाल मीना और डिवांचली कलां निवासी जसराम मीना को गिरफ्तार किया गया है. इनके साथ एक नाबालिग को भी निरुद्ध किया गया है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग में रकम दोगुनी करने का झांसा: डीसीपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि जसराम मीना व चरतलाल मीना लोगों को ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए रकम दोगुनी करने का झांसा देते हैं. ये फर्जी खातों में लोगों से राशि ट्रांसफर करवाते हैं और शुरू-शुरू में छोटा-मोटा मुनाफा देते हैं. जब पीड़ित बड़ी रकम इनके बताए खाते में जमा करवा देते हैं तो ये अपना मोबाइल बंद कर देते हैं या पीड़ित के मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर देते हैं.
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ठगी की रकम जमा होते ही निकाल लेते: उन्होंने बताया कि चरतलाल और जसराम फर्जी बैंक खाते खुलवाकर यह खाते साइबर फ्रॉड करने वाले दूसरे साइबर ठगों को किराए पर भी देते हैं. ठगी की रकम खाते में आते ही ये तुरंत इस राशि को निकलवा लेते हैं और राशि का बंटवारा कर लेते हैं. साइबर पोर्टल पर इनके खिलाफ गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हैदराबाद, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र आदि राज्यों में दर्जनभर शिकायतें दर्ज हैं.
साइबर ठगी के कई और मामलों के खुलासे के संभावना: उन्होंने बताया कि डिटेन नाबालिग 91 क्लब गेमिंग एप के नाम से इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों को इस गेमिंग एप में गेम खेलने का झांसा देता है. इसके बाद फर्जी बैंक खातों में रकम जमा करवाता है. उन्होंने बताया कि इन आरोपियों से गहन पूछताछ और अनुसंधान जारी है. इनके पास मिले एक करोड़ रुपए के संदिग्ध ट्रांजेक्शन और साइबर ठगी के बारे में गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है. इनसे पूछताछ में साइबर ठगी के कई और मामलों का खुलासा होने की संभावना है.