नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के अलग-अलग विभागों में जिम्मेदारी संभाल चुके 1996 बैच के दानिक्स कैडर के अधिकारी सी अरविंद को दोबारा दिल्ली बुला लिया गया है. अभी वह अंडमान निकोबार में अपनी सेवा दे रहे हैं. वहीं, 2004 बैच के दानिक्स कैडर के अधिकारी प्रवेश रंजन झा का तबादला दिल्ली से अंडमान निकोबार किया गया है. गृह मंत्रालय के यूटी डिविजन के अवर सचिव राकेश कुमार सिंह ने दोनों अधिकारियों ट्रांसफर और पोस्टिंग के आदेश जारी कर दिए हैं. इसकी प्रति दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव समेत अन्य प्रमुखों को भेज दी गई है.
शराब घोटाले में केजरीवाल का लिया था नाम: दिल्ली शराब घोटाले में जब अरविंद केजरीवाल का नाम सामने आया था, तो एक पल के लिए लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था. ईडी ने उनके खिलाफ इस मामले में चार्जशीट दायर की थी. यह चार्जशीट केजरीवाल के करीबी विजय नायर द्वारा 100 करोड़ रुपए की रिश्वत और मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद के बयान के आधार पर दायर की गई थी.
सिसोदिया के सचिव रहे सी अरविंद के बयान में केजरीवाल के मिलीभगत की बात सामने आई थी. इसके बाद ईडी ने केजरीवाल पर शिकंजा कसा, उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. दानिक्स अधिकारी सी अरविंद दिल्ली और अंडमान निकोबार द्वीप समूह सिविल सर्विसेज, जो एक खास कैडर है. इसमें केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती की जाती है. सी अरविंद तत्कालीन दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सचिव थे.
ईडी ने दावा किया है कि दानिक्स अधिकारी सी अरविंद ने दिल्ली शराब घोटाले को लेकर बयान रिकॉर्ड किया है. इस बयान में उन्होंने बताया कि अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक में मनीष सिसोदिया ने उन्हें नई शराब नीति का मसौदा सौंपा. इस बैठक में सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे और इसी बैठक में यह भी तय किया गया की नई शराब नीति कब से लागू करना है.
ये भी पढ़ें: