नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय ने रविवार को बीएड (डिस्टेंस मोड), एमटेक (पर्यावरण स्वास्थ्य और जोखिम प्रबंधन) और सर्टिफिकेट इन योगा स्टडीज कार्यक्रमों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की. इस दौरान प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों में से 180 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा की व्यवस्थाओं का मूल्यांकन करने के लिए कुलपति प्रो. मजहर आसिफ, कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिजवी ने विश्वविद्यालय के जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल और सैयद आबिद हुसैन सीनियर स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्रों का दौरा किया.
इस दौरान कुलपति के साथ कार्यवाहक परीक्षा नियंत्रक प्रो. डॉ. सरोज कुमार महानंद, डॉ. एहतेशामुल हक, उप परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोहम्मद शाहिद खान, चीफ प्रॉक्टर और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी मौजूद रहे. कुलपति और रजिस्ट्रार ने प्रवेश परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों से बातचीत की और उनके सभी प्रश्नों का समाधान किया. दोनों ने प्रवेश परीक्षाओं के सफलतापूर्वक संचालन के लिए परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के प्रयासों की सराहना की और अधिकारियों को उम्मीदवारों से संबंधित किसी भी चिंता का समाधान करने का निर्देश दिया.
जानकारी के अनुसार, बीएड (डिस्टेंस मोड) कार्यक्रम के लिए कुल 1,211 अभ्यर्थियों ने आवेदन किये थे, जिनमें से 1,046 उम्मीदवारों ने प्रवेश परीक्षा में भाग लिया. एमटेक (ईएचआरएम) कार्यक्रम में प्रवेश परीक्षा में 54 में से 46 आवेदकों ने भाग लिया. इसके अतिरिक्त योगा स्टडीज में सर्टिफिकेट के लिए 36 आवेदकों में से 29 अभ्यर्थी रविवार को प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए. बता दें कि जामिया ने B.Ed डिस्टेंस मोड में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू की थी. 22 अक्टूबर आवेदन की अंतिम तिथि थी. 3 नवंबर प्रवेश परीक्षा की तिथि तय की गई थी, जिसके अनुसार प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया.
बता दें कि प्रोफेसर मजहर आसिफ को राष्ट्रपति ने 24 अक्टूबर को जामिया का कुलपति नियुक्त किया था. उसके बाद 25 अक्टूबर को उन्होंने कुलपति कार्यालय पहुंचकर अपना कार्यभार ग्रहण किया था. प्रो. मजहर आसिफ जामिया के 16वें कुलपति हैं. कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद उनके नेतृत्व में यह जामिया की पहली प्रवेश परीक्षा थी.
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