गोरखपुर: मंगलवार को सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा देने के बाद, एक छात्रा ने परीक्षा केंद्र के छत से परिसर में छलांग लगा दी. इससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई. उसे इलाज के लिए अस्पताल में स्कूल प्रबंधन ने भर्ती कराया. वहां उसकी हालत नाजुक बताया जा रही है.
इस घटना के बाद उसके माता-पिता सदमे में हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि उनकी बेटी ने ऐसा कदम क्यों उठाया. स्कूल प्रबंधन भी हैरान है कि आखिर में छात्रा के साथ ऐसा क्या हुआ कि, परीक्षा देने के बाद उसने मौत का परवाह किए बगैर दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी. जिस समय वह छत से कूदी उस समय उसके हाथ की नस भी कटी हुई थी. इस बात की जानकारी परीक्षा केंद्र के संचालक और प्राचार्य डॉक्टर सलिल श्रीवास्तव ने दी.
पिता ने कहा है कि परीक्षा देने से पहले उनकी बेटी उनके पैर छूकर घर से निकली थी. सब कुछ ठीक था. आखिर में ऐसा क्या हो गया, जो उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया. अक्षिता के पिता का कहना है कि उनकी बेटी शुरू से पढ़ने में टापर थी. दसवीं कक्षा में भी उसके अच्छे नम्बर आए थे. परीक्षा केंद्र तक उन्होंने अक्षिता को खुद छोड़ा था. व्यस्तता की वजह से बेटी से कहा था कि पेपर के बाद ऑटो से घर आ जाना.
अक्षिता के पिता सतीश सिंह रेलवे में गार्ड है और शहर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र के, जटेपुर मोहल्ले में रहते हैं. उनकी बेटी नीट की तैयारी भी कर रही थी. अक्षिता तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी है. उसकी छोटी बहन दसवीं की परीक्षा दे रही है और भाई कक्षा तीन का छात्र है. अक्षिता बोर्ड परीक्षा देने के लिए जेपी स्कूल गोरखनाथ गयी थी. वहां घायल होने के बाद उसे आनंदलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह आईसीयू में भर्ती है.