खंडवा : जल भराव के मामले में देश के सबसे बड़े डैम इंदिरा सागर के साथ-साथ ओंकारेश्वर बांध से पानी छोड़े जाने से हाई अलर्ट है. दोनों ही बांधों में अताह जलराशि होती है लेकिन इसके बैक वॉटर में नर्मदा के अन्य डैमों का बहाव भी तेजी से आता है. ऐसे में जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए दोनों ही बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. इंदिरा सागर के 12 और ओम्कारेश्वर डैम के 17 गेट खोले जाने से जिला प्रशासन और एनएचडीसी ने हाई अलर्ट जारी करते हुए बांध के निचले हिस्सों में बसने वाले लोगों, मछुआरों सहित आम लोगों को सतर्क रहने की अपील की है.
इंदिरा सागर बांध से छोड़ा जा रहा इतना पानी
गुरुवार सुबह इंदिरा सागर बांध के 12 गेटों को दो-दो मीटर की ऊंचाई तक खोल दिया गया है. इससे करीब 5600 क्यूमैक्स पानी बांध से छोड़ा जा रहा है. वहीं विद्युत गृह से 1840 को क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है. इस तरह इंदिरा सागर से कुल मिलाकर करीबन 7500 क्यूमैक्स पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा है. हंडिया तरफ से पानी की आवक का दबाव बना हुआ है. इसलिए गेटों की मात्रा घटाई बढ़ाई भी जा सकती है.
ओंकारेश्वर बांध के खोले गए 17 गेट
इसी तरह ओंकारेश्वर बांध से 5560 क्यूमैक्स पानी व विद्युत गृह गेटों से 2088 क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है. इस प्रकार ओंकारेश्वर बांध और विद्युत गृह से करीबन 7650 पानी का डिस्चार्ज हो रहा है, जो बढ़ाकर 8324 क्यूमैक्स किया जा सकता है. ऐसे में निचले क्षेत्रों में बसाहटों, नाविकों, मछुआरों और आम जनता को सतर्क कर दिया गया है.
बांध प्रबंधन के मुताबिक जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए ओंकारेश्वर डैम के गेटों की ऊंचाई व संख्या घटाई व बढ़ाई जा सकती है.