नई दिल्ली: भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट हाल ही में राजनीति के मैदान पर उतर चुके हैं. उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले क्रांग्रेस पार्टी ज्वाइंन की और अब जुलाना सीट से क्रांग्रेस के लिए चुनाव लड़ रही हैं. विनेश ने सीनियर पत्रकार अजीत अंजुम के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए पेरिस ओलंपिक 2024 में हुए अपने डिसक्वालीफिकेशन पर बड़ा बयान दिया है.
क्या ओलंपिक में राजनीति का शिकार हुईं विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ओपंलिक में 50 क्रिग्रा वर्ग के फाइनल में पहुंच चुकी थी. इसके साथ ही वो ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं थीं. फाइनल से एक दिन पहले उनका वजन उनकी वर्ग कैटेगरी से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया और उन्होंने प्रतियोगिता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया. विनेश का वजन रात में लगभग 2 किलो से ज्यादा हो गया था, उन्होंने इस वजन को कम करने के लिए रात भर मेहतन की और डिहाइड्रेशन के चलते उनकी तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जहां विनेश से भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा मिलने पहुंची थी. अब विनेश ने पीटी ऊषा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रेसलर ने कहा, '50 किग्रा के फाइनल के दिन वजन मापने के बाद मैं अस्पताल में भर्ती हुई, तब पीटी उषा मुझसे मिलने आई लेकिन उनसे कोई सहायता नहीं मिली. 30 वर्षीय विनेश ने ये भी कहा कि, वो राजनीति में शामिल होने के कारण अब कुश्ती जारी नहीं रख पाएंगी'.
विनेश फोगाट ने पीटी ऊषा पर लगाए गंभीर आरोप
विनेश फोगाट ने बात करते हुए कहा, 'मुझे नहीं पता कि मुझे वहां क्या समर्थन मिला. पीटी उषा मैडम ने अस्पताल में मुझसे मुलाकात की. एक फोटो क्लिक की गई. राजनीति में बंद दरवाजों के पीछे बहुत कुछ होता है. इसी तरह वहां (पेरिस में) भी राजनीति हुई. इसलिए मेरा दिल टूट गया. अन्यथा बहुत से लोग कह रहे हैं कि 'कुश्ती मत छोड़ो'. मुझे इसे जारी रखना चाहिए. हर जगह राजनीति है'.
विनेश फोगट ने पीटी ऊषा के बारे में आगे बात करते हुए आगे कहा, 'आप एक अस्पताल के बिस्तर पर हैं, जहां आपको नहीं पता कि बाहर जीवन में क्या हो रहा है, आप अपने जीवन के सबसे बुरे दौर से गुज़र रहे हैं. उस जगह बस सबको दिखाने के लिए कि आप मेरे साथ खड़े हैं, आपने मुझे बताए बिना एक तस्वीर क्लिक की और फिर इसे सोशल मीडिया पर यह कहने के लिए डाल दिया कि आप मेरे साथ खड़े हैं. इस तरह से आप समर्थन नहीं दिखाते हैं'.
विनेश फोगाट ने अयोग्य ठहराए जाने के बाद CAS में अपील दायर की थी कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए. जिसे ठुकरा दिया गया. इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि राजनीति में बहुत कुछ चलता है. अंदर ही अंदर बहुत कुछ हो जता है, जो लोग आपको ओलंपिक से खींच कर ला सकते हैं. वो कुछ भी कर सकते हैं. इसके अवाला में कुछ और नहीं बोल सकती, जनता सब समझती है.