चेन्नई (तमिलनाडु): भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने हाल ही में टोरंटो, कनाडा में आयोजित फिडे कैंडिडेट्स शतरंज सीरीज जीती. इस जीत के साथ 17 वर्षीय गुकेश न केवल कम उम्र में जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने, बल्कि विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज चैम्पियनशिप सीरीज में खेलने वाले दूसरे खिलाड़ी भी बने. इससे पहले रूस के महान शतरंज खिलाड़ी चेरी कास्परोव ने 1984 में 20 साल की उम्र में कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट का खिताब जीता था. उनका 40 साल का रिकॉर्ड अब तमिलनाडु के गुकेश ने तोड़ दिया है.
इसके बाद 25 अप्रैल को कनाडा से चेन्नई आए गुकेश का जनता और वेलाम्मल विद्यालय स्कूल ने भव्य स्वागत किया, जहां उन्होंने पढ़ाई की थी. ऐसे में कैंडिडेट्स शतरंज सीरीज में खिताब जीतने वाले गुकेश ने चेन्नई में मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन से उनके घर पर मुलाकात की और उन्हें बधाई दी. उस समय मुख्यमंत्री स्टालिन ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर बधाई दी थी और प्रोत्साहन स्वरूप 75 लाख रुपये का चेक दिया था. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उन्हें विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने पर भी बधाई दी.
बता दें कि इस प्रतियोगिता में प्रशिक्षण के लिए तमिलनाडु सरकार द्वारा पहले ही 15 लाख रुपये उपलब्ध कराये जा चुके हैं. इस अवसर पर युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन, युवा कल्याण और खेल विकास अतिरिक्त मुख्य सचिव अदुल्या मिश्रा और अन्य उपस्थित थे.
इस बारे में भारतीय ग्रैंड मास्टर गुकेश ने कहा, 'तमिलनाडु सरकार विभिन्न तरीकों से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है. यह बहुत संतुष्टिदायक और उत्साहजनक है कि उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान प्रोत्साहन और प्रतियोगिता के तुरंत बाद पुरस्कार राशि दी है. मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन का समर्थन जारी है. उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए तमिलनाडु खेल विकास प्राधिकरण के कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण लेना मेरे लिए बहुत फायदेमंद रहा, यही वजह है कि मैं अब इस चैंपियनशिप का खिताब जीतने में सक्षम हूं'.