कानपुर (उत्तर प्रदेश) : भारत और बांग्लादेश के बीच यहां ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के आज दूसरे दिन बारिश के कारण खेल शुरू नहीं हो सका है. मैच के पहले दिन शुक्रवार को सिर्फ 35 ओवर का खेल हो सका, जहां मेहमान टीम ने 3 विकेट पर 107 रन बनाए. नई गेंद से तेज गेंदबाज ने आकाश दीप ने 2 विकेट लिए जबकि अश्विन ने लंच के बाद एकमात्र विकेट लिया.
जडेजा को गेंद न देना हैरान करने वाला
दूसरे टेस्ट के लिए भारत ने अपनी प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं किया और 2 स्पिनर और 3 तेज गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरा. इनमें से केवल रवींद्र जडेजा ने पहले दिन गेंदबाजी नहीं की. पूर्व क्रिकेटर और कमेंटटेटर संजय मांजरेकर कप्तान रोहित शर्मा की इस रणनीति से काफी हैरान रह गए.
मांजरेकर ने जोर देते हुए कि रोहित स्पिन के अनुकूल परिस्थितियों में अश्विन को अधिक 'पसंद' करते हैं. उन्होंने कहा कि क्रीज पर दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों के साथ, यह अधिक अनुकूल चाल लगती है. लेकिन, उन्होंने बाएं हाथ के बल्लेबाजों में सबसे अधिक रन बनाने वाले एलिस्टर कुक के खिलाफ जडेजा के रिकॉर्ड को बताते हुए अपनी बात रखी.
Rohit needs to be shown this stat-
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) September 27, 2024
JADEJA vs COOK, 2016 series :
In 8 inngs, got him out 6 times, conceded just 75 runs.
Rohit tends to not bowl Jadeja early when there are left landers out there. #INDvsBANTEST
मांजरेकर ने ट्वीट किया, 'रोहित को यह आंकड़ा दिखाने की जरूरत है- जडेजा बनाम कुक, 2016 सीरीज: 8 पारियों में, उन्हें 6 बार आउट किया, केवल 75 रन दिए. रोहित जडेजा को तब जल्दी गेंदबाजी नहीं कराते जब बाएं हाथ के बल्लेबाज मैदान में हों'.
'रोहित अश्विन को थोड़ा ज़्यादा तरजीह देते हैं'
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत में मांजरेकर ने याद दिलाया कि बांग्लादेश ने पहले टेस्ट मैच में शाकिब अल हसन से ऋषभ पंत के खिलाफ़ गेंदबाजी करने के लिए कहा था, लेकिन मैच-अप पर भरोसा नहीं किया. दरअसल, पंत बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने उन्हें आउट करने का मौका भी दिया.
मांजरेकर ने कहा, 'हर कप्तान का एक दृष्टिकोण होता है, जो उसके गेंदबाजों को ध्यान में रखता है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि कप्तान कुछ गेंदबाजों पर ज्यादा भरोसा करते हैं. मैंने यह देखा है, खास तौर पर इस सीरीज में नहीं, जब स्पिन की बात आती है, तो रोहित अश्विन को थोड़ा ज़्यादा तरजीह देते हैं. हां, उनके पास यहां एक कारण था क्योंकि दो बाएं हाथ के बल्लेबाज थे, लेकिन मैच-अप सिर्फ दिशा-निर्देश होने चाहिए'.
उन्होंने कहा, 'जैसा कि आपने इस सीरीज में देखा, पिछले मैच में शाकिब अल हसन ने ऋषभ पंत को परेशान किया था और कैच छूटने की स्थिति भी बनी थी. टेस्ट क्रिकेट में भी यह चलन जारी है, लेकिन जब आपके पास जडेजा जैसा बेहतरीन गेंदबाज हो, जिसका बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छा रिकॉर्ड है. याद कीजिए, उसने 8 पारियों में 6 बार एलिस्टेयर कुक को आउट किया था. इसलिए उसे बिल्कुल भी गेंद न देना हैरान करने वाला था'.