नई दिल्ली : दुनिया के नंबर-1 मेंस डबल्स टेनिस प्लेयर रोहन बोपन्ना के पास मिक्स्ड डबल में खेलने के लिए कोई खिलाड़ी नहीं है. वह पहले ही कह चुके हैं कि वह पेरिस ओलिंपिक में मिक्स्ड डबल्स में हिस्सा नहीं ले पायेंगे. बोपन्ना के मिक्स्ड डबल्स में हिस्सा नहीं लेने के पीछे वजह यह है कि फिलहाल किसी भी इंडियन वीमेन टेनिस प्लेयर का रैंक इतने नहीं है कि वो उनकी जोड़ीदार बन सके.
भारत में सानिया मिर्जा के बाद कोई ऐसी महिला टेनिस प्लेयर नहीं है जो लगातार अपने खेल को लगातार नई दिशा दे सके. सानिया ने जनवरी 2023 में खेल से संन्यास ले लिया. उन्होंने रोहन बोपन्ना के साथ हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में फेयरवेल मैच खेलकर टेनिस को अलविदा कहा था.
सानिया मिर्जा ने अपने टेनिस करियर में ज्यादा मैच डबल्स और मिक्स्ड डबल्स कैटेगरी में ही खेले हैं. उन्होंने 6 ग्रैंड स्लैम जीते हैं. 2016 के रियो ओलिंपिक में वह सेमीफाइनल स्टेज तक भी पहुंची थीं. बोपन्ना ने आगे कहा, इस बार पेरिस ओलिंपिक काफी शानदार होने वाला है. मैं उसके लिए काफी उत्साहित हूं. देखने वाली बात होगी मेंस डबल्स में मेरा पार्टनर कौन होगा. मैं किसके साथ खेलूंगा इसका कन्फर्म होना अभी बाकी है. जून लास्ट डेट है, तब तक इनसे ऐलान हो जाएगा.
कुछ ऐसे खिलाड़ी जैसे युकी भांबरी, श्रीराम बालाजी और विजय सुन्दर प्रशांत को बोपन्ना पेरिस ओलिंपिक के मेंस डबल्स में अपना पार्टनर बना सकते हैं. बता दें कि डबल्स में पहले क्वालिफाई करने वाले एथलीटों को एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेशनल्स (ATP) और विमेंस टेनिस एसोसिएशन (WTA) डबल्स रैंकिंग के टॉप-10 में रहना होता है. जबकि उनके पास अपने देश के टॉप-300 रैंकिंग के खिलाड़ी को चुनने का मौका मिलता है.
रोहन बोपन्ना ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन पुरुष डबल फाइनल का खिताब जीता था. उन्होंने यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन के साथ मिलकर किया था. इसके साथ ही उन्होंने 43 साल की उम्र में ग्रैंड स्लेम जीतने का रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर पहुंचने का भी रिकॉर्ड बनाया था.