नई दिल्ली : अनुभवी खेल प्रशासक रणधीर सिंह एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के अध्यक्ष चुने जाने वाले पहले भारतीय बन गए. उन्हें रविवार को यहां इस महाद्वीपीय संस्था की 44वीं आम सभा के दौरान यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई.
पांच बार के ओलंपिक निशानेबाज रणधीर ओसीए अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र योग्य उम्मीदवार थे. उनका कार्यकाल 2024 से 2028 तक रहेगा. उनका चयन सर्वसम्मति से किया गया.
Heartiest congratulations to Shri Randhir Singh on being elected as the first Indian President of the Olympic Council of Asia (OCA) at the 44th General Assembly! 🇮🇳
— Ravneet Singh Bittu (@RavneetBittu) September 8, 2024
A proud moment for India and a testament to his dedication to sports. Wishing him great success in leading the OCA… pic.twitter.com/mAL7n2R5vB
यह 77 वर्षीय कुशल प्रशासक 2021 से ओसीए के कार्यवाहक अध्यक्ष थे. उन्होंने कुवैत के शेख अहमद अल-फहद अल-सबा की जगह ली है, जिन पर नैतिकता के उल्लंघन के कारण इस साल मई में खेल प्रशासन से 15 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था.
भारतीय और एशियाई खेल संस्थाओं में विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहे रणधीर को खेल मंत्री मनसुख मांडविया और एशिया के सभी 45 देशों के शीर्ष खेल प्रशासकों की उपस्थिति में आधिकारिक तौर पर ओसीए अध्यक्ष चुना गया.
History in the making as Raja Randhir Singh becomes the first Indian President of @AsianGamesOCA! Congrats, @RANDHIR1946! #OCAInIndia2024 #SaluteTheSpirit pic.twitter.com/PKK52Ha5BD
— Virat Kohli FC (@ViratKohli_King) September 8, 2024
रणधीर पंजाब के पटियाला के रहने वाले हैं और उनका परिवार शुरू से खेलों से जुड़ा रहा है. उनके चाचा महाराजा यादवेंद्र सिंह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलते थे और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के सदस्य थे. उनके पिता भलिंदर सिंह भी प्रथम श्रेणी क्रिकेटर थे. वह 1947 और 1992 के बीच आईओसी सदस्य रहे थे. रणधीर भी 2001 से 2014 तक आईओसी के सदस्य रहे थे. इसके बाद वह मानद सदस्य के रूप में आईओसी से जुड़े रहे.