लाहौर : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अगले साल की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए कराची, लाहौर और रावलपिंडी को आयोजन स्थल के रूप में चुना है. भारत की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 'हाइब्रिड मॉडल' पर विचार किए जाने की अटकलों के बावजूद इस बात पर जोर दिया है कि टूर्नामेंट देश में ही रहेगा.
चैंपियंस ट्रॉफी, जो आखिरी बार 2017 में इंग्लैंड में आयोजित की गई थी, अगले साल फरवरी-मार्च में अस्थायी रूप से आयोजित होने की उम्मीद है. भारत ने अभी तक भागीदारी की पुष्टि नहीं की है और ऐसी अटकलें हैं कि अगर टीम को यात्रा के लिए सरकारी मंजूरी नहीं मिलती है तो आईसीसी 'हाइब्रिड मॉडल' का उपयोग कर सकता है और देश के मैचों को तटस्थ स्थान पर आयोजित कर सकता है. आईसीसी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी सदस्य देश को सरकारी नीति की अवहेलना करने के लिए नहीं कहेगा.
पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने लाहौर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हमने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान में होने वाले मैचों का कार्यक्रम भेज दिया है. आईसीसी की सुरक्षा टीम आई और हमारी बहुत अच्छी बैठक हुई. उन्होंने यहां व्यवस्थाओं को देखा और हम उनके साथ स्टेडियम उन्नयन योजनाओं को भी साझा करेंगे'.
नकवी ने बताया, 'हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हम पाकिस्तान में एक बहुत अच्छे टूर्नामेंट की मेजबानी करें'.
पीसीबी इस बात पर अड़ा हुआ है कि भारत को समायोजित करने के लिए टूर्नामेंट में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. पिछले साल एशिया कप में मेजबानी का 'हाइब्रिड मॉडल' इस्तेमाल किया गया था. भले ही पाकिस्तान टूर्नामेंट का आधिकारिक मेजबान था लेकिन बीसीसीआई सचिव जय शाह की अध्यक्षता वाली एशियाई क्रिकेट परिषद ने भारत के मैच श्रीलंका में आयोजित किए.
नकवी ने यह भी स्वीकार किया कि क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के मामले में प्रस्तावित तीनों स्थानों की स्थिति वर्तमान में निम्न-मानक है. नकवी ने कहा, 'अगर आप (यहां) गद्दाफी को देखें, तो यह अच्छा है लेकिन देखने का अनुभव क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है. यहां फुटबॉल हो सकता है, क्रिकेट नहीं.
नकवी ने निष्कर्ष निकाला, 'हमें स्टेडियमों में सुविधाओं में सुधार करने की जरूरत है, जहां कुछ पुरानी समस्याएं हैं. कराची की हालत खराब है. इसलिए 7 मई को हम अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से बोलियों को अंतिम रूप देंगे जो आएंगी और हमें डिजाइन करने में मदद करेंगी. हम पहले ही देर कर चुके हैं लेकिन हमें ये अपग्रेड चार-पांच महीने में करने की जरूरत है. यह बहुत कठिन परीक्षा होगी लेकिन हम यह कर सकते हैं'.