पेरिस: भारत के लिए पैरालंपिक खेलों में पैरा-एथलेटिक्स प्रतियोगिता में एक और पदक आया, जब सिमरन शर्मा ने शनिवार को स्टेड डी फ्रांस स्टेडियम में महिलाओं की 200 मीटर टी12 श्रेणी में 24.75 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता लिया. 24 वर्षीय सिमरन ने महिलाओं की 200 मीटर टी12 फाइनल में धीमी शुरुआत की, लेकिन तीसरे स्थान पर रहते हुए मजबूत प्रदर्शन के साथ इसकी भरपाई की.महिलाओं की 200 मीटर टी12 श्रेणी में यह भारत का पहला पदक है.
सिमरन ने पैरालंपिक खेलों में प्रतियोगिताओं के अंतिम दिन भारत के लिए पहला पदक जीता, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और पैरालंपिक खेलों में अपना पहला पदक जीता. दृष्टिबाधित सिमरन और उनके गाइड अभय सिंह ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत का 28वां पदक और पैरा-एथलेटिक्स में 16वां पदक जीता. सिमरन महिलाओं की 100 मीटर टी12 श्रेणी में चौथे स्थान पर रहीं और कांस्य पदक से चूक गईं.
Medal No. 2⃣8⃣ for 🇮🇳🤩🥳#ParaAthletics: Women's 200 M T12 Final👇
— SAI Media (@Media_SAI) September 7, 2024
Simran Sharma clinches her first #Paralympic medal at #ParisParalympics2024, securing a #Bronze🥉with a personal best timing of 24.75 seconds.
Many congratulations, Simran!🥳
Keep chanting #Cheer4Bharat and… pic.twitter.com/UeRKuBdLlt
क्यूबा की ओमारा डूरंड एलियास ने महिलाओं की 200 मीटर टी12 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर शानदार डबल पूरा किया. उन्होंने 23.62 सेकंड के सीजन के सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण पदक जीता. ओमारा डूरंड एलियास के लिए पेरिस में यह तीसरा स्वर्ण है, क्योंकि उन्होंने महिलाओं की 400 मीटर टी12 श्रेणी में भी स्वर्ण पदक जीता है। वेनेजुएला की एलेजांद्रा पाओला पेरेज लोपेज ने महिलाओं की 200 मीटर टी12 श्रेणी में 24.19 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ रजत पदक जीता. 24 वर्षीय सिमरन दूसरी बार पैरालिंपियन बनी हैं.
सिमरन का जन्म समय से पहले हुआ था और अगले 10 सप्ताह उसने इनक्यूबेटर में बिताए, जहां पता चला कि वह दृष्टिबाधित है. अपने पति गजेंद्र सिंह जो सेना सेवा कोर में काम करते हैं, द्वारा प्रशिक्षित, वह नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में प्रशिक्षण लेती है. वह अपनी दृष्टिबाधितता के लिए उपहास किए जाने से लेकर कोबे में हाल ही में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने और अब पैरालिंपिक फाइनल में पहुंचने तक का लंबा सफर तय कर चुकी है. वह 2021 में टोक्यो पैरा गेम्स में 100 मीटर - टी13 में 12.69 के समय के साथ 11वें स्थान पर रही.
सिमरन की कड़ी मेहनत और दृढ़ता ने उन्हें शारीरिक और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों को पार करने में मदद की क्योंकि उन्होंने जून में जापान में विश्व चैंपियनशिप में टी12 200 मीटर में शानदार तरीके से स्वर्ण पदक जीता. 2022 से सिमरन ने 100 मीटर और 200 मीटर में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप और इंडियन ओपन जीता है. उन्होंने पिछले साल हांग्जो में एशियाई पैरा खेलों में दो रजत पदक भी जीते थे.