नई दिल्ली: भारतीय महिला पैरा धावक प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक 2024 के तीसरे दिन भारत को तीसरा मेडल दिलाया है. उन्होंने महिलाओं की 100 मीटर टी-35 स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है. भारत को प्रीति पाल ने शुक्रवार को महिलाओं की 100 मीटर (टी35 - एम्बुलेन्ट एथलीट) स्पर्धा में 14.21 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल पर अपना कब्जा कर लिया.
Medal Alert🚨
— SAI Media (@Media_SAI) August 30, 2024
3⃣rd🎖️medal for #TeamIndia as Preeti Pal glows in her debut #Paralympics.
Despite stiff competition, Preeti turned up with her personal best performance.
The 23-year-old finished the 100m run within 14.21 seconds and sealed India's second Bronze so far at the… pic.twitter.com/dTzMnNMgGs
प्रीति पाल ने भारत को दिलाया ब्रॉन्ज मेडल
23 वर्षीय प्रीति ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर पैरालिंपिक के इतिहास में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय पैरा- एथलीट बन गई हैं. उन्होंने ट्रेक एंड फील्ड में भारत को पहला पदक दिलाया है. इस स्पर्धा में चीनी की झोउ ज़िया (13.58 सेकंड) और गुओ कियानकियान (13.74 सेकंड) ने क्रमशः गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता है. प्रीति पाल ने टूर्नामेंट के तीसरे दिन ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश को दिन का तीसरे मेडल दिलाया है. इससे पहले शूटिंग में अवनी लेखरा और मोना अग्रवाल ने क्रमश: गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. इन दोनों ने पैरालंपिक में भारत के लिए मेडल्स का खाता खोला है.
𝐍𝐞𝐰𝐬 𝐅𝐥𝐚𝐬𝐡: 𝟑𝐫𝐝 𝐦𝐞𝐝𝐚𝐥 𝐟𝐨𝐫 𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚 𝐚𝐭 𝐏𝐚𝐫𝐢𝐬 𝐏𝐚𝐫𝐚𝐥𝐲𝐦𝐩𝐢𝐜𝐬 🔥
— India_AllSports (@India_AllSports) August 30, 2024
Preethi Pal wins Bronze medal in 100m (T35) clocking her PB 14.31s @afiindia #Paralympics2024 #Paris2024 pic.twitter.com/0Ge5JqW78h
कैसा रहा है प्रीति पॉल का अब तक का सफर
T35 वर्गीकरण उन एथलीटों के लिए है, जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस के साथ-साथ सेरेब्रल पाल्सी जैसी समन्वय संबंधी कमियां हैं. इस मेगा इवेंट में आने से पहले प्रीति पाल का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली था. पाल ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप (2024) में दो कांस्य पदक, इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप (2024) और नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप (2024) में दो गोल्ड पदक जीते हैं.