ETV Bharat / sports

प्रकाश पादुकोण की टिप्पणी पर अश्विनी पोनप्पा का कटाक्ष, जवाब देने खुलकर आईं सामने - Paris Olympics 2024

author img

By ETV Bharat Sports Team

Published : Aug 6, 2024, 4:14 PM IST

Ashwini ponnappa Reply to prakash padukone : भारतीय शटलर अश्विनी पोनप्पा को पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण की 'जिम्मेदारी लेने' वाली टिप्पणी पसंद नहीं आई. उनकी इस टिप्पणी का जवाब लेने के लिए उन्होंने इंस्टाग्राम का सहारा लिया. पढ़ें पूरी खबर...

Paris Olympics 2024
अश्विनी पोनप्पा (AP PHOTO)

नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 में बैडमिंटन खिलाड़ियों के निराशजनक प्रदर्शन के बाद पूर्व दिग्गज शटलर प्रकाश पादुकोण ने उनकी आलोचना की थी. प्रकाश का यह बयान लक्ष्य सेन की हार के बाद आया था. उनके इस बयान के बाद अश्विनि पोनप्पा भी इसमें कूद पड़ी हैं और उनके इस बयान की आलोचना की.

पोनप्पा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम स्टोरी में खिलाड़ियों पर अनुचित तरीके से दोष मढ़ने पर निराशा जताई. उन्होंने सवाल उठाया कि विफलताओं के लिए केवल खिलाड़ियों को ही जिम्मेदार क्यों ठहराया जा रहा है, जबकि तैयारी और रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोचों की इसी तरह जांच क्यों नहीं की जा रही है.

पोनप्पा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, 'यह देखकर मुझे निराशा हुई, अगर कोई खिलाड़ी जीतता है, तो हर कोई श्रेय लेने के लिए आगे आता है, और अगर खिलाड़ी हारते हैं, तो यह सिर्फ खिलाड़ी की गलती है? तैयारी की कमी और खिलाड़ी को तैयार न करने के लिए कोचों को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाता? जीत का श्रेय लेने वाले वे पहले व्यक्ति हैं, अपने खिलाड़ियों की हार की जिम्मेदारी क्यों नहीं लेते?

उन्होंने आगे कहा, आखिरकार, जीत के लिए टीम का प्रयास चाहिए और हारना भी टीम की जिम्मेदारी है. आप अचानक खिलाड़ी को नीचे नहीं धकेल सकते और सारा दोष खिलाड़ी पर नहीं डाल सकते.

बता दें, इससे पहले पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पादुकोण ने कहा था 'खिलाड़ियों को भी आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है. आप बस और अधिक की मांग नहीं कर सकते. शायद खिलाड़ी ओलंपिक में पदक जीतने के लिए पर्याप्त मेहनत नहीं कर रहे हैं. सिर्फ कोच या कोई और नहीं. आपके पास स्पोर्ट्स साइंस और मदद करने वाली पूरी टीम है, खिलाड़ियों के पास अपने-अपने फिजियो, एसएंडसी कोच, अपने न्यूट्रिशनिस्ट हैं.

उन्होंने आगे कहा था, मुझे नहीं लगता कि अमेरिका समेत किसी भी दूसरे देश के पास इतनी सुविधाएं हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि खिलाड़ियों को अब हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उनकी टिप्पणी मलेशिया के ली ज़ी जिया के खिलाफ़ कांस्य पदक मैच में सेन की हार के बाद आई थी.

इस साल, पीवी सिंधु, चीन की ही बिंगजियाओ से हारकर राउंड ऑफ 16 में बाहर हो गईं. इस बीच, एचएस प्रणय को हमवतन लक्ष्य सेन ने प्री-क्वार्टर में बाहर कर दिया. हालांकि, लक्ष्य का सफर ऐतिहासिक रहा, क्योंकि वह ओलंपिक में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर बने. पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ीको भी निराशा का सामना करना पड़ा, वे क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के आरोन चिया और सोह से हार गएय

महिला युगल में, पोनप्पा और उनकी जोड़ीदार तनीषा क्रैस्टो संघर्ष करती रहीं और ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाईं.

यह भी पढ़ें : विनेश फोगाट ने किया कमाल, कभी इंटरनेशनल मैच ना हारने वाली जापानी खिलाड़ी को चटाई धूल

नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 में बैडमिंटन खिलाड़ियों के निराशजनक प्रदर्शन के बाद पूर्व दिग्गज शटलर प्रकाश पादुकोण ने उनकी आलोचना की थी. प्रकाश का यह बयान लक्ष्य सेन की हार के बाद आया था. उनके इस बयान के बाद अश्विनि पोनप्पा भी इसमें कूद पड़ी हैं और उनके इस बयान की आलोचना की.

पोनप्पा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम स्टोरी में खिलाड़ियों पर अनुचित तरीके से दोष मढ़ने पर निराशा जताई. उन्होंने सवाल उठाया कि विफलताओं के लिए केवल खिलाड़ियों को ही जिम्मेदार क्यों ठहराया जा रहा है, जबकि तैयारी और रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोचों की इसी तरह जांच क्यों नहीं की जा रही है.

पोनप्पा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, 'यह देखकर मुझे निराशा हुई, अगर कोई खिलाड़ी जीतता है, तो हर कोई श्रेय लेने के लिए आगे आता है, और अगर खिलाड़ी हारते हैं, तो यह सिर्फ खिलाड़ी की गलती है? तैयारी की कमी और खिलाड़ी को तैयार न करने के लिए कोचों को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाता? जीत का श्रेय लेने वाले वे पहले व्यक्ति हैं, अपने खिलाड़ियों की हार की जिम्मेदारी क्यों नहीं लेते?

उन्होंने आगे कहा, आखिरकार, जीत के लिए टीम का प्रयास चाहिए और हारना भी टीम की जिम्मेदारी है. आप अचानक खिलाड़ी को नीचे नहीं धकेल सकते और सारा दोष खिलाड़ी पर नहीं डाल सकते.

बता दें, इससे पहले पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पादुकोण ने कहा था 'खिलाड़ियों को भी आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है. आप बस और अधिक की मांग नहीं कर सकते. शायद खिलाड़ी ओलंपिक में पदक जीतने के लिए पर्याप्त मेहनत नहीं कर रहे हैं. सिर्फ कोच या कोई और नहीं. आपके पास स्पोर्ट्स साइंस और मदद करने वाली पूरी टीम है, खिलाड़ियों के पास अपने-अपने फिजियो, एसएंडसी कोच, अपने न्यूट्रिशनिस्ट हैं.

उन्होंने आगे कहा था, मुझे नहीं लगता कि अमेरिका समेत किसी भी दूसरे देश के पास इतनी सुविधाएं हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि खिलाड़ियों को अब हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उनकी टिप्पणी मलेशिया के ली ज़ी जिया के खिलाफ़ कांस्य पदक मैच में सेन की हार के बाद आई थी.

इस साल, पीवी सिंधु, चीन की ही बिंगजियाओ से हारकर राउंड ऑफ 16 में बाहर हो गईं. इस बीच, एचएस प्रणय को हमवतन लक्ष्य सेन ने प्री-क्वार्टर में बाहर कर दिया. हालांकि, लक्ष्य का सफर ऐतिहासिक रहा, क्योंकि वह ओलंपिक में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर बने. पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ीको भी निराशा का सामना करना पड़ा, वे क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के आरोन चिया और सोह से हार गएय

महिला युगल में, पोनप्पा और उनकी जोड़ीदार तनीषा क्रैस्टो संघर्ष करती रहीं और ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाईं.

यह भी पढ़ें : विनेश फोगाट ने किया कमाल, कभी इंटरनेशनल मैच ना हारने वाली जापानी खिलाड़ी को चटाई धूल
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.