नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए मेडल की उम्मीद मुक्केबाज निशांत देव क्वार्टरफाइनल से बाहर हो गए. शनिवार रात मैक्सिको के मुक्केबाज के खिलाफ हार पर पूर्व मुक्केबाज विजेंदर सिंह और अभिनेता रणदीप हुड्डा ने मुकाबले में स्कोरिंग सिस्टम पर सवाल उठाए. जिसमें मैक्सिको के मार्को वर्डे का सामना करते हुए निशांत क्वार्टर फाइनल में 4-1 से हार गए.
इस मुकाबले में साफ-साफ देखा जा सकता था कि, निशांत पहले दो राउंड में अधिक प्रभावशाली दिखे. 23 वर्षीय निशांत ने पहले राउंड में जीत अपने पक्ष में कर ली. लेकिन अगले दो राउंड में जजों ने वर्डे को विजेता घोषित कर दिया. इसको देखकर एक बार निशांत भी हैरान रह गए क्योंकि, वह अपने प्रदर्शन से जीत की उम्मीद लगाए बैठे थे. जब उन्होंने जजों का परिणाम सुना तो वह हैरान थे. 2008 ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंद्र ने निशांत के बेहतरीन प्रदर्शन की प्रशंसा की और मैच की स्कोरिंग प्रणाली पर सवाल उठाए.
विजेंदर ने एक्स पर लिखा, 'मुझे नहीं पता कि स्कोरिंग सिस्टम क्या है, लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत करीबी मुकाबला था..उसने बहुत अच्छा खेला..कोई ना भाई निशांत देव
I don’t know what’s the scoring system but I think very close fight..he play so well..koi na bhai #NishantDev
— Vijender Singh (@boxervijender) August 3, 2024
अभिनेता रणदीप हुड्डा का मानना है कि निशांत के बाहर होने के बाद उनसे ओलंपिक पदक छीन लिया गया और उन्होंने एक्स पर लिखा, 'निशांत ने जीत लिया था, यह स्कोरिंग क्या है? पदक छीन लिया लेकिन दिल जीत लिया. दुखद, अभी बहुत कुछ करना बाकी है.
Nishant had won it .. कती सूत दिया था मेक्सिकन .. what’s this scoring ? Robbed of the medal but won hearts .. Sad!! Many more to go छोरे !! #NishantDev #OlympicGames #Paris2024 pic.twitter.com/idg6exkOq1
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) August 3, 2024
पहले राउंड में बढ़त बनाने के बाद, अगले दो राउंड में पांच जजों ने वर्डे को विजयी माना. निशांत ने अपनी त्रीवता जारी रखी और सीधे मुक्के लगाए, जबकि दूसरे राउंड में वर्डे कवर करने में विफल रहे. वर्डे द्वारा निशांत पर दबाव बनाने के बाद मुकाबला पलटने लगा. दूसरा राउंड वर्डे के पक्ष में 3-2 से विभाजित निर्णय पर समाप्त हुआ. तीसरे राउंड में, वर्डे को सभी जजों ने पांच अंक दिए, जबकि निशांत को नौ अंक दिए गए. निशांत इक्वाडोर के जोस रोड्रिगेज के खिलाफ एक रोमांचक मुकाबले के बाद अंतिम आठ में पहुंचने में सफल रहे.
एक यूजर ने लिखा, यह लूट है, निशांत देव स्पष्ट विजेता थे. मुक्केबाजी में इतनी धांधली होती है कि कोई नहीं जानता कि जज किस तरह से स्कोर कर रहे हैं. कोई पारदर्शिता नहीं, बस अव्यवस्थित और पक्षपात और किस्मत पर आधारित. WWE मैच इस मसखरेपन से ज्यादा समझदारी भरे हैं जिसे वे अभी मुक्केबाजी कह रहे हैं.
THIS IS ROBBERY!! Nishant Dev was the clear winner. Boxing is so rigged, no one knows how the judges are scoring. No transparency, just unorganised & based on favouritism & luck. WWE matches make more sense than this clownery they calling boxing rn!#Boxing #Olympics #Paris2024 pic.twitter.com/qyra7K7qVV
— sohom (@AwaaraHoon) August 3, 2024
एक अन्य यूजर ने लिखा, कल्पना कीजिए कि एक देश और उसके प्रशंसक हर पदक के लिए बेताब हैं और अपने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए देर रात तक जागते रहते हैं, और फिर एक मजाकिया फैसले के जरिए दिनदहाड़े उनसे पदक छीन लिया जाता है. निशांत देव आज बेहतर मुक्केबाज थे, लेकिन यह उनके मुकाबले में भी कम नहीं था. आयोजकों और रेफरी को शर्म आनी चाहिए. हर भारतीय को इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, इतना शोर मचाना चाहिए कि यह पेरिस तक सुनाई दे.
🚨A MOMENT OF SHAME IN OLYMPICS!
— Roshan Rai (@RoshanKrRaii) August 3, 2024
Imagine a country and its fans desperate for every medal staying up late just to cheer on their athletes.
& then they are robbed of a medal in broad daylight by an absolute joke of a judgement.
Nishant Dev was the better boxer today, by a… pic.twitter.com/oHV0KvIs5u