पेरिस (फ्रांस): भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस 2024 ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ सभी बाधाओं को पार करते हुए पेनल्टी शूटआउट में विपक्षी टीम को हराया. हालांकि मैच के दौरान टीम को एक विवादास्पद निर्णय का सामना करना पड़ा, क्योंकि अमित रोहिदास को जानबूझकर विपक्षी खिलाड़ी के चेहरे पर हॉकी स्टिक मारने के लिए रेड कार्ड दिया गया था.
हॉकी इंडिया ने की आधिकारिक शिकायत
हॉकी इंडिया ने अब पेरिस ओलंपिक 2024 में समग्र अंपायरिंग निर्णयों के बारे में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है. हॉकी इंडिया की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, 'हॉकी इंडिया ने आधिकारिक तौर पर चल रहे पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 (पुरुष टूर्नामेंट) में अंपायरिंग और निर्णय लेने की गुणवत्ता के बारे में चिंता जताई है. शिकायत भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच एक महत्वपूर्ण मैच पर केंद्रित है, जहां अंपायरिंग में कई विसंगतियों ने संभावित रूप से खेल के परिणाम को प्रभावित किया.
इस शिकायत में उजागर किए गए प्रमुख मुद्दों में शामिल हैं -
- इन्कन्सिसटंट वीडियो अंपायर समीक्षा, विशेष रूप से एक भारतीय खिलाड़ी के लिए रेड कार्ड निर्णय के संबंध में, जिसने वीडियो समीक्षा प्रणाली में विश्वास को खत्म कर दिया है.
- शूट-आउट के दौरान गोलपोस्ट के पीछे से गोलकीपर को कोचिंग देना
- शूट-आउट के दौरान गोलकीपर द्वारा वीडियो टैबलेट का इस्तेमाल
इन घटनाओं ने खिलाड़ियों, कोचों और प्रशंसकों के बीच अंपायरिंग प्रक्रिया में विश्वास को कम किया है. हॉकी इंडिया ने खेल की अखंडता को बनाए रखने और भविष्य के मैचों में निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करने के लिए इन मामलों की गहन समीक्षा करने का आह्वान किया है.
क्यों मिला था अमित रोहिदास को कार्ड
भारतीय खिलाड़ियों ने इस फैसले का विरोध किया लेकिन टीवी अंपायर ने इसे जानबूझकर किया गया कृत्य बताया, इसलिए रोहिदास को रेड कार्ड दिया गया और 17वें मिनट में उन्हें मैच के बाकी बचे भाग से बाहर कर दिया गया. 31 वर्षीय डिफेंडर विपक्षी खिलाड़ी के खिलाफ़ द्वंद्व में शामिल था और उसने गेंद को भारतीय खिलाड़ी से दूर धकेल दिया. हालांकि, अमित ने अपनी स्टिक उठाई और वह ब्रिटिश खिलाड़ी के चेहरे पर लगी.