मंगलुरु (कर्नाटक): कर्नाटक की महिला एथलीट मछेत्तिरा राजू पूवम्मा भी पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा ले रही हैं. मंगलुरु से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली एथलीट पूवम्मा को 4x400 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीतने का पूरा भरोसा है. पूवम्मा के माता-पिता को भी भरोसा है कि उनकी बेटी स्वर्ण पदक जीतेगी.
पूवम्मा ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए पहले ही पेरिस पहुंच चुकी हैं. पूवम्मा 4x400 मीटर रिले में चार सदस्यीय टीम में से एक हैं. पूवम्मा टीम प्रतियोगिता 9 अगस्त को होगी. इससे पहले पूवम्मा ने 2016 ओलंपिक में हिस्सा लिया था. टीम ने जीतने की कोशिश की थी, लेकिन पदक नहीं जीत पाई थी. इस बार वह स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद लेकर पेरिस गई थीं.
![4x400 relay team](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/31-07-2024/kn-mng-02-poovamma-special-7202146_31072024125501_3107f_1722410701_490_3107newsroom_1722438662_62.jpg)
बेटी की उपलब्धि के बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए पूवम्मा के पिता राजू ने कहा, 'पूवम्मा 20 साल की उम्र से ही खेलों से जुड़ी हुई है. वह कड़ी मेहनत कर रही है. साथ ही उसे इस ओलंपिक में पदक जीतने का पूरा भरोसा है. हमें पूरी उम्मीद है कि वह पदक जीतेगी. पूवम्मा ने ओलंपिक के लिए कड़ी मेहनत भी की है'.
पूवम्मा की मां जाजी राजू ने कहा, 'पूवम्मा ने अपनी शादी के दिन भी ओलंपिक के लिए अभ्यास किया. वह कक्षा 7 से ही खेलों से जुड़ी हुई है और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है. उसने 2014 और 2018 में यह उपलब्धि हासिल की. उसे अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. लेकिन खेलों में अधिक सक्रिय होने के लिए हमें सरकारों से अधिक धन नहीं मिल रहा है. हमने इसके लिए पहले भी आवेदन किया है, लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला है'.
उन्होंने कहा, 'इस बार सरकार ने ओलंपिक के लिए पांच लाख रुपये दिए हैं. लेकिन ओलंपिक की तैयारी पर काफी खर्च हो चुका है. सरकार को खिलाड़ियों को और प्रोत्साहन देना चाहिए. अन्य राज्यों में ओलंपिक के खिलाड़ियों को अधिक आर्थिक मदद मिलती है. 2018 से ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को केवल पांच लाख रुपये दिए जा रहे हैं. इसलिए इसे बढ़ाया जाना चाहिए'.