नई दिल्ली: निशानेबाजी में भारत के एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने शानदार पेरिस ओलंपिक अभियान के लिए मनु भाकर की सराहना करते हुए कहा कि वह पहले ही खेल में एक उल्लेखनीय विरासत स्थापित कर चुकी हैं और यह सिर्फ इसकी शुरुआत है. वर्तमान में पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक के साथ भारत के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली मनु ने अपना अभियान चौथे स्थान पर समाप्त किया और शनिवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में पदक से चूक गईं.
उन्होंने पेरिस में अपना सफर दो कांस्य पदक के साथ समाप्त किया. महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में, जिसने निशानेबाजी में ओलंपिक पदक के लिए भारत के 12 साल के सूखे को तोड़ दिया और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में वह स्वतंत्र भारत के लिए एक ओलंपिक खेल संस्करण में कई पदक जीतने वाली पहली एथलीट बन गईं.
Manu, you have made the entire nation stand up and applaud your incredible achievement. Winning a third Olympic medal would have been an extraordinary feat, but what you’ve accomplished in Paris is truly monumental. Your journey stands as a testament to relentless hard work and…
— Abhinav A. Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) August 3, 2024
बिंद्रा ने 'एक्स' पर लिखा, 'आपकी यात्रा अथक परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है. मात्र 22 साल की उम्र में आपने पहले ही एक उल्लेखनीय विरासत स्थापित कर ली है और यह केवल शुरुआत है. ऐतिहासिक अभियान के लिए बधाई. मनु, तुमने पूरे देश को खड़ा कर दिया है और अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की है. तीसरा ओलंपिक पदक जीतना एक असाधारण उपलब्धि होती, लेकिन आपने पेरिस में जो हासिल किया वह वास्तव में स्मरणीय है'.
शुक्रवार को क्वालीफिकेशन स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहने के बाद, मनु महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल फाइनल में पहुंच गई थीं. मौजूदा पेरिस ओलंपिक में उनका तीसरा फाइनल था, शुरुआत में वह हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ तीसरे स्थान पर बराबरी पर थीं लेकिन शूट-ऑफ सीरीज हारकर फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं.
तीन साल पहले टोक्यो ओलंपिक में तब 19 साल की मनु अपनी तीनों स्पर्धाओं में पदक जीतने में असफल रही थी. अब पेरिस में तीनों स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंचकर और भारत के लिए दो कांस्य पदक प्राप्त करके उसका सपना वास्तव में पूरा हो गया है.
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