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जानिए कौन हैं शूटर श्रेयसी सिंह, जो पेरिस ओलंपिक में धमाल मचाने को हैं तैयार - Paris Olympics 2024

Paris Olympics 2024: श्रेयसी सिंह पेरिस ओलंपिक में डबल ट्रैप स्पर्धा में भाग लेंगी. उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट, ऑस्ट्रेलिया में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण और 2014 ग्लासगो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था. पढ़िए पूरी खबर..

Shreyasi Singh
श्रेयसी सिंह (IANS PHOTOS)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Jul 29, 2024, 8:52 PM IST

जमुई (बिहार): बिहार के जमुई जिले की विधायक और अर्जुन पुरस्कार विजेता अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश में हैं. शॉटगन ट्रैप स्पर्धा के लिए चयनित होने के बाद वह अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह को याद कर भावुक हो गईं और कहा कि वह उनके सपने को पूरा करने के लिए मैदान में हैं.

श्रेयसी पिता को याद कर हुईं भावुक
श्रेयसी ने कहा कि उनके पिता कहा, 'आज मुझे पापा की बहुत याद आई, क्योंकि यह निश्चित रूप से उनका सपना था जिसे मैं उनकी अनुपस्थिति में पूरा कर रही हूं. मैं बिहार और भारत के लिए खेलना चाहती हूं और मेरी मां मेरे साथ हैं. मुझे हमेशा अपने परिवार का समर्थन मिला है, लेकिन इस बार मुझे जमुई की जनता और मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी आशीर्वाद मिला है'.

पेरिस ओलंपिक में शॉटगन ट्रैप शूटिंग 30 और 31 जुलाई को होने जा रही है. श्रेयसी विधायक हैं. श्रेयसी ओलंपिक में जगह बनाने वाली बिहार की पहली खिलाड़ी हैं. वह न केवल निशानेबाज हैं, बल्कि ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में शामिल होने वाली पहली जनप्रतिनिधि भी हैं. ओलंपिक में जगह बनाने वाली श्रेयसी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जमुई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और विधायक बनीं.

राजनेताओं के परिवार से ताल्लुक
जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड की रहने वाली श्रेयसी पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत दिग्विजय सिंह और बांका की पूर्व लोकसभा सांसद पुतुल कुमारी की छोटी बेटी हैं. राजनीति में आने के बाद भी वह अपने खेल पर ध्यान दे रही हैं. पिता की तस्वीर पर माला चढ़ाकर और माता-पिता से आशीर्वाद लेकर वह ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए तैयार हैं.

कई पदकों की विजेता
श्रेयसी ने 2018 में गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पर निशाना साधा था. इससे पहले उन्होंने 2014 में ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में डबल ट्रैप में रजत पदक जीता था. साथ ही उन्होंने 2014 में एशियाई खेलों की शूटिंग चैंपियनशिप में डबल ट्रैप टीम में कांस्य पदक जीता था. उन्होंने 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता था. 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद श्रेयसी को उसी साल अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

जमुई के खिलाड़ियों की शुभकामनाएं और प्रार्थना
जिले के कई स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों ने श्रेयसी के लिए शुभकामनाएं भेजी हैं. अभ्यास के दौरान स्थानीय केकेएम कॉलेज मैदान में ईटीवी भारत से बात करते हुए खिलाड़ियों ने श्रेयसी को शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि वह स्वर्ण पदक लेकर आएंगी.

भाला फेंक खिलाड़ी सूरज ने कहा, 'श्रेयसी दीदी पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं जो विधायक होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय शूटर भी हैं. जमुई और बिहार के लोगों को ही नहीं बल्कि पूरे देश को उम्मीद है कि वह अपने देश के लिए स्वर्ण पदक लेकर आएंगी'.

  • 30 जुलाई - ट्रैप महिला क्वालीफिकेशन (श्रेयसी सिंह) - दोपहर 12: 30 बजे
ये खबर भी पढ़ें : पेरिस ओलंपिक में भारत ने जीता पहला पदक, मनु भाकर ने ब्रॉन्ज पर साधा निशाना

जमुई (बिहार): बिहार के जमुई जिले की विधायक और अर्जुन पुरस्कार विजेता अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश में हैं. शॉटगन ट्रैप स्पर्धा के लिए चयनित होने के बाद वह अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह को याद कर भावुक हो गईं और कहा कि वह उनके सपने को पूरा करने के लिए मैदान में हैं.

श्रेयसी पिता को याद कर हुईं भावुक
श्रेयसी ने कहा कि उनके पिता कहा, 'आज मुझे पापा की बहुत याद आई, क्योंकि यह निश्चित रूप से उनका सपना था जिसे मैं उनकी अनुपस्थिति में पूरा कर रही हूं. मैं बिहार और भारत के लिए खेलना चाहती हूं और मेरी मां मेरे साथ हैं. मुझे हमेशा अपने परिवार का समर्थन मिला है, लेकिन इस बार मुझे जमुई की जनता और मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी आशीर्वाद मिला है'.

पेरिस ओलंपिक में शॉटगन ट्रैप शूटिंग 30 और 31 जुलाई को होने जा रही है. श्रेयसी विधायक हैं. श्रेयसी ओलंपिक में जगह बनाने वाली बिहार की पहली खिलाड़ी हैं. वह न केवल निशानेबाज हैं, बल्कि ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में शामिल होने वाली पहली जनप्रतिनिधि भी हैं. ओलंपिक में जगह बनाने वाली श्रेयसी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जमुई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और विधायक बनीं.

राजनेताओं के परिवार से ताल्लुक
जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड की रहने वाली श्रेयसी पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत दिग्विजय सिंह और बांका की पूर्व लोकसभा सांसद पुतुल कुमारी की छोटी बेटी हैं. राजनीति में आने के बाद भी वह अपने खेल पर ध्यान दे रही हैं. पिता की तस्वीर पर माला चढ़ाकर और माता-पिता से आशीर्वाद लेकर वह ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए तैयार हैं.

कई पदकों की विजेता
श्रेयसी ने 2018 में गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पर निशाना साधा था. इससे पहले उन्होंने 2014 में ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में डबल ट्रैप में रजत पदक जीता था. साथ ही उन्होंने 2014 में एशियाई खेलों की शूटिंग चैंपियनशिप में डबल ट्रैप टीम में कांस्य पदक जीता था. उन्होंने 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता था. 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद श्रेयसी को उसी साल अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

जमुई के खिलाड़ियों की शुभकामनाएं और प्रार्थना
जिले के कई स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों ने श्रेयसी के लिए शुभकामनाएं भेजी हैं. अभ्यास के दौरान स्थानीय केकेएम कॉलेज मैदान में ईटीवी भारत से बात करते हुए खिलाड़ियों ने श्रेयसी को शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि वह स्वर्ण पदक लेकर आएंगी.

भाला फेंक खिलाड़ी सूरज ने कहा, 'श्रेयसी दीदी पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं जो विधायक होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय शूटर भी हैं. जमुई और बिहार के लोगों को ही नहीं बल्कि पूरे देश को उम्मीद है कि वह अपने देश के लिए स्वर्ण पदक लेकर आएंगी'.

  • 30 जुलाई - ट्रैप महिला क्वालीफिकेशन (श्रेयसी सिंह) - दोपहर 12: 30 बजे
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