कोबे (जापान) : भारत के शीर्ष पैरा डिस्कस थ्रोअर योगेश कथुनिया ने सोमवार को विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 में एफ56 वर्ग में रजत पदक हासिल किया. उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर इस टूर्नामेंट अपना बेस्ट प्रदर्शन किया. इसके साथ ही उन्होंने इस स्पर्धा में भारत के पदकों की संख्या चार हो गई है. कथुनिया ने 41.80 मीटर का थ्रो हासिल किया, जिससे वह ब्राजील के क्लॉडनी बतिस्ता डॉस सैंटोस के बाद दूसरे स्थान पर रहे, जिन्होंने स्वर्ण पदक जीता. जबकि कांस्य पदक स्लोवाकिया के डुसान लैक्जो को मिला.
वो गोल्ड मेडल जीतने से थोड़ा सा ही चूक गए अब वो थोड़ा बेहतरीन थ्रो करते तो शायद वो भारत को गोल्ड मेंडल दिला सकते थे. फाइनल में कथुनिया ने शानदार शुरुआत की, जो शुरुआत में 40.26 मीटर के थ्रो के साथ आगे रहे. हालांकि, क्लॉडनी बतिस्ता डॉस सैंटोस ने दूसरे प्रयास में 44.10 मीटर और चौथे प्रयास में 45.14 मीटर के साथ उनसे आगे निकल गए. कथुनिया ने लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार किया, जिसमें तीसरे प्रयास में 40.81 मीटर, पांचवें पर 41.34 मीटर और अंत में छठे प्रयास में 41.80 मीटर के साथ रजत पदक हासिल किया.
कथुनिया ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'मैं अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं और मैं अपने कोच को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे तैयारी करने में मदद की. फिलहाल, कुछ और चीजें हैं जिन पर मुझे काम करने की जरूरत है, जो मैं करूंगा. मैं क्लॉडनी और डूसन को भी उनके अद्भुत प्रदर्शन के लिए बधाई देना चाहता हूं. अब, मेरा अगला फोकस पेरिस पैरालंपिक है'. कथुनिया 2024 विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले चौथे भारतीय हैं.